Deepti Sharma: कौन हैं दीप्ति शर्मा? WPL में इतिहास रचकर पूरी दुनिया में छाईं

Deepti Sharma Records in WPL: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर एवं अर्जुन अवार्ड से सम्मानित दीप्ति शर्मा फिर सुर्खियों में हैं। इस खिलाड़ी की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है।
दीप्ति शर्मा।
दीप्ति शर्मा। @ESPNcricinfo एक्स सोशल मीडिया।

नई दिल्ली, रफ्तार। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऑलराउंडर एवं अर्जुन अवार्ड से सम्मानित दीप्ति शर्मा फिर सुर्खियों में हैं। इस खिलाड़ी की पूरी दुनिया में चर्चा हो रही है। इन्होंने महिला प्रीमियर लीग (WPL 2024) के दूसरे सीजन में यूपी वॉरियर्स के लिए खेलते हुए नया रिकॉर्ड बनाया है। वह इस लीग के इतिहास में हैट्रिक विकेट चटकाने वाली पहली भारतीय गेंदबाज बनी हैं।

दिल्ली के खिलाफ मैच में रचा था इतिहास

दीप्ति ने यह कारनामा दिल्ली के खिलाफ आठ मार्च को खेले गए मैच में किया था। उनके इस प्रदर्शन के दम पर यूपी ने मुकाबले को एक रन से जीता था। वैसे, उनकी टीम प्लेऑफ की रेस से बाहर हो गई थी।

दीप्ति के कॅरियर की उपलब्धियां

दीप्ति की कहानी प्रेरणादायक है। 26 वर्षीय इस बल्लेबाज ने डब्ल्यूपीएल 2024 में 295 रन बनाए। वह सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में तीसरे नंबर पर हैं। खिलाड़ी का जन्म आगरा में हुआ है। मध्यमवर्गीय परिवार की इस महिला का भारतीय क्रिकेट टीम में जगह बनाना आसान नहीं था। उन्होंने साल 2014 में भारत के लिए डेब्यू मैच खेला था। चार टेस्ट, 86 वनडे और 104 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में दीप्ति ने 3314 रन बनाए हैं। उन्होंने 229 अंतरराष्ट्रीय विकेट भी झटके हैं।

भाई ने किया सपोर्ट

दीप्ति को इस मुकाम तक पहुंचाने में उनके भाई सुमित का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने छोटी उम्र में बहन की प्रतिभा को पहचाना था। दीप्ति ने नौ वर्ष की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरू किया था। दीप्ति के भाई सुमित गेंदबाज रहे हैं। वह अंडर-19 और अंडर-23 में यूपी से खेले हैं। आज दीप्ति पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन कर रही हैं।

नवंबर 2014 में सही साबित हुआ फैसला

सुमित शर्मा ने एक इंटरव्यू में बताया था कि नवंबर 2014 में उन्हें सूचना मिली थी कि दीप्ति को भारतीय महिला क्रिकेट टीम में जगह मिली है। यह सुनकर वह खुशी से झूम उठे थे। उन्होंने कहा कि उस दिन नौकरी छोड़ने का मेरा फैसला सही साबित हो गया। बता दें, सुमित अपनी बहन को अभ्यास के लिए सुबह और शाम मैदान ले जाते थे। इसके लिए उन्होंने नौकरी छोड़ दी थी।

अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in