कई देशों में संघर्ष-युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र ने जताई चिंता, बोले-इससे सबसे ज्यादा गरीब देशों की मुश्किलें बढ़ी

Geneva: गाजा, यूक्रेन, कांगो, म्यांमार और सूडान समेत विश्व के भागों में जारी संघर्ष, युद्ध और हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने चिंता जताई है।
Antonio Guterres
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जिनेवा, (हि. स.)। गाजा, यूक्रेन, कांगो, म्यांमार और सूडान समेत विश्व के भागों में जारी संघर्ष, युद्ध और हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने चिंता जताई है। गुटेरस ने कहा है कि इन युद्धों-हिंसा में कई देश प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से शामिल हैं। इसलिए हर बीतते दिन के साथ वैश्विक सुरक्षा की स्थिति कमजोर हो रही है।

गुटेरस ने यह बात संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के उद्घाटन सत्र में कही है

ऐसे हालात में संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने पूरे विश्व में मानवाधिकारों और शांति की स्थिति का सम्मान करने की आवश्यकता जताई है। गुटेरस ने यह बात संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के उद्घाटन सत्र में कही है। गुटेरस ने गाजा और यूक्रेन को लेकर सुरक्षा परिषद में बनी अनिर्णय की स्थिति को चिंतनीय बताया।

वहां पर सदस्य देशों के हितों का टकराव जमीनी हालात बिगाड़ रहा है

गुटेरस ने कहा कि दोनों स्थानों पर स्थिति विस्फोटक बनी हुई है लेकिन सुरक्षा परिषद वहां पर कुछ भी कर पाने में सक्षम नहीं है। वहां पर सदस्य देशों के हितों का टकराव जमीनी हालात बिगाड़ रहा है।गुटेरस ने कहा, विश्व तेजी से बदल रहा है। विभिन्न मुद्दों पर हो रहा टकराव अनिश्चितता बढ़ा रहा है। इस स्थिति में मानवाधिकारों का हनन हो रहा है जिससे शांति को खतरा पैदा हो रहा है। इससे विश्व के सबसे ज्यादा गरीब देशों की मुश्किलें बढ़ रही हैं और पर्यावरण सुधार के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर असर पड़ रहा है।

इस दौरान गुटेरस ने गाजा में मानवाधिकारों की स्थिति की खासतौर पर चर्चा की

इस दौरान गुटेरस ने गाजा में मानवाधिकारों की स्थिति की खासतौर पर चर्चा की। इस मौके पर मानवाधिकार परिषद के प्रमुख वाकर तुर्क ने संयुक्त राष्ट्र और उसके संगठनों के कार्यों को कम करके आंकने और उनके महत्व को कम करने वाले प्रयासों की निंदा की। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र अंधेरे में रास्ता दिखाने वाले प्रकाश पुंज की तरह है।

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