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यूक्रेन: ‘अभूतपूर्व’ हालात से परमाणु केन्द्रों की सुरक्षा पर जोखिम, IAEA की चेतावनी

अन्तरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के महानिदेशक रफ़ाल मारियानो ग्रोस्सी ने यूक्रेन में ‘अभूतपूर्व हालात’ गम्भीर चिन्ता व्यक्त की है. उन्होंने बुधवार को ‘बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स’ की एक आपात बैठक को सम्बोधित करते हुए आशंका जताई है कि हिंसक संघर्ष के कारण, देश में परमाणु ऊर्जा केन्द्रों की सुरक्षा के लिये जोखिम पैदा हो सकता है. यूएन परमाणु एजेंसी प्रमुख ने कहा, “यह पहली बार है जब विशाल, सुस्थापित परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम केन्द्रों के इर्दगिर्द एक सैन्य टकराव हो रहा है, और इस मामले में तो चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र में 1986 में हुई दुर्घटना का स्थल भी है.” यूक्रेन के नियामक प्रशासन ने परमाणु मामलों की निगरानी करने वाली संस्था से चेर्नोबिल संयंत्र समेत देश में अन्य परमाणु केन्द्रों की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने के लिये अनुरोध किया है. IAEA Director General @RafaelMGrossi calls for restraint, reiterates need to ensure safety of #Ukraine’s nuclear facilities and their staff. https://t.co/S3daFmYy0u pic.twitter.com/2f0CIdYYnp — IAEA - International Atomic Energy Agency (@iaeaorg) March 2, 2022 महानिदेशक ग्रोस्सी ने किसी भी ऐसे क़दम से परहेज़ बरतने का आग्रह किया है, जिससे परमाणु केन्द्रों, परमाणु व रेडियोएक्टिव सामग्री की सुरक्षा के लिये जोखिम पैदा होता हो. उन्होंने आगाह किया है कि ऐसी किसी भी घटना के गम्भीर नतीजे हो सकते हैं, मानवीय पीड़ा चिन्ताजनक रूप धारण कर सकती है और पर्यावरण को भी नुक़सान पहुँच सकता है. 24 फ़रवरी को रूसी सैन्य आक्रमण शुरू होने के बाद से ही, यूएन एजेंसी यूक्रेन में हालात की चौबीसो घण्टे निगरानी में जुटी है. सामान्य कामकाज बताया गया है कि देश की क़रीब आधी ऊर्जा का उत्पादन करने वाले चार परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में सामान्य कामकाज जारी है. यूएन एजेंसी के प्रमुख के मुताबिक़, रूस ने एजेंसी को मंगलवार को ज़पोरीझझया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के आसपास के इलाक़े को अपने नियंत्रण में लेने की जानकारी दी थी. यह यूक्रेन में सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा प्लाण्ट है. देश में फ़िलहाल संचालित किये जा रहे 15 परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों में से छह यहीं पर स्थित हैं. महानिदेशक ग्रोस्सी ने कहा, “यह बहुत अहम है कि ज़पोरीझझया परमाणु ऊर्जा संयंत्र और यूक्रन के अन्य परमाणु केन्द्रों के इर्दगिर्द सशस्त्र संघर्ष व ज़मीनी गतिविधियाँ, केन्द्रों पर या वहाँ आसपास कार्यरत लोगों के लिये किसी भी प्रकार से कोई दख़ल या जोखिम पैदा ना करें.” रूसी सैन्य बलों ने चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र के सभी केन्द्रों को अपने नियंत्रण में ले लिया है. अभी तक किसी प्रकार के नुक़सान या किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है. यूएन एजेंसी प्रमुख ने कहा कि उस स्थल पर शुरुआत में विकिरण का स्तर बढ़ा हुआ मापा गया था, जोकि भारी-भरकम सैन्य वाहनों की आवाजाही से, धूल उड़ने की वजह से हो सकता है. परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने पाया है कि इसका स्तर इतना कम है कि आम जनता को इससे कोई जोखिम नहीं है. गम्भीर नतीजों की आशंका इस सप्ताह, यूक्रेन की राजधानी कीयेफ़ में एक रेडियोएक्टिव कचरा निस्तारण केन्द्र पर रूसी मिसाइलें दागी गईं, मगर कोई क्षति पहुँचने या रेडियोधर्मिता के फैलाव का कोई संकेत नहीं है. इससे पहले, खारकीफ़ शहर में भी एक निस्तारण केन्द्र के बाहर विद्युत ट्राँसफ़ॉर्मर को क्षति पहुँचने की ख़बर थी, लेकिन किसी प्रकार की रेडियोएक्टिव सामग्री का फैलाव नहीं हुआ है. यूएन एजेंसी के शीर्ष अधिकारी ने सचेत किया है कि ये दो घटनाएँ दर्शाती हैं कि सशस्त्र संघर्ष के दौरान रेडियोएक्टिव सामग्री को नुक़सान पहुँच सकता है, जिसके गम्भीर नतीजे सामने आ सकते हैं. उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि यूक्रेन में परमाणु केन्द्रों व आमजन की सुरक्षा व बचाव के लिये सर्वोत्तम उपाय, इस सशस्त्र संघर्ष पर अभी विराम लगाना होगा. --संयुक्त राष्ट्र समाचार/UN News

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