बीजिंग, 5 मई (आईएएनएस)। खतरनाक जैविक प्रयोग और जैविक सैन्य गतिविधि रोकने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने विशेष रूप से जैविक हथियार संधि बनाई। सत्यापन व्यवस्था की वार्ता वर्ष 1995 में शुरू हुई। अमेरिका ने जुलाई 2001 में न सिर्फ जैविक हथियारों के सत्यापन से इनकार किया, बल्कि संधि से पीछे हटा। वार्ता में विभिन्न देशों ने जैविक हथियार का खतरा कम करने पर ध्यान दिया, जबकि अमेरिकी प्रतिरक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अध्ययन ब्यूरो ने जैविक हथियार के महत्व को समझा। फिर अमेरिका ने वर्ष 2001 से विदेशों में जीव विज्ञान प्रयोगशाला का निर्माण करने की योजना बनाई। अमेरिका के जैविक प्रयोगशाला पूरी दुनिया में फैल रही है। यूक्रेन स्थित प्रयोगशाला के आसपास 20 सैनिक फ्लू वायरस से मर गए। उधर, फोर्ट डेट्रिक जैविक प्रयोगशाला के आसपास कोविड-19 महामारी फैलने से पहले अज्ञात कारण का निमोनिया फैला। तो क्या विदेशों में अमेरिकी जैविक प्रयोगशाला का कोई रहस्य है? हमें सोचना चाहिए। (साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग) --आईएएनएस एएनएम