
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। अदाणी ग्रुप (Adani Group) के लिए यह साल अब तक काफी परेशानी भरा रहा है। विदेशी कंपनियों की वजह से अदानी ग्रुप के शेयरों में उतार-चढ़ाव जारी है। साल की शुरुआत में हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट (Hidenburg Report) अदाणी ग्रुप को लेकर जारी हुई थी। रिपोर्ट आने के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। ग्रुप के चेयरमैन एवं फाउंडर गौतम अदाणी (Gautam Adani) की संपत्ति में भी भारी गिरावट आई। अदाणी ग्रुप ने हिंडनबर्ग के आरोपों को गलत भी बताया था। उस वजह से आज भी कंपनी के शेयरों में उतार-चढ़ाव जारी है।
अदाणी ग्रुप को लेकर अब अहम जानकारी सामने आई है। अबू धाबी ग्रुप की इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) अब अदाणी ग्रुप की 2 कंपनियों की हिस्सेदारी बेचने वाली है। विदेशी कंपनी आईएचसी अदाणी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy) और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस (Adani Energy Solutions) की हिस्सेदारी बेचने की सोच रही है। बता दें कि आईएचसी के पास अदाणी ग्रीन एनर्जी की 1.26 फीसदी और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस की 1.41 फीसदी शेयर हैं।
अदाणी की इन दो कंपनियों के मौजूदा शेयर प्राइस के आधार पर आईएचसी के पास 3327 करोड़ रुपए की हिस्सेदारी है। आज दोपहर 1 बजे तक अदाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 13.45 अंक गिरकर 999.55 रुपए प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा था। अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस का शेयर 13.75 अंक या 1.67 फीसदी गिरकर 816.60 रुपए प्रति शेयर पर था।
बीते दिन एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर 1.73 फीसदी और अदाणी ग्रीन एनर्जी के शेयर 0.61 फीसदी गिरे थे। आईएचसी ने अब तक कंपनी के हिस्सेदारों की जानकारी नहीं दी है। कंपनी ने पिछले साल अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में 50-50 करोड़ डॉलर का निवेश किया था। आईएचसी के मुख्य कार्यकारी सैयद बसर शुएब (Syed Basar Shuaib) ने कहा था कि कंपनी अदाणी ग्रुप में लांग टर्म के लिए निवेश करेगी। कंपनी ने कहा है कि वह अपने पोर्टफोलियो को नियंत्रित करने को हिस्सेदारी बेच रही है।
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