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प्रतिबंध के बावजूद पेरिस में फिलस्तीन समर्थक विरोध के लिए जुटे

पेरिस, 16 मई (आईएएनएस)। पेरिस में प्रतिबंध के बावजूद हजारों की संख्या में फिलस्तीन समर्थक प्रदर्शन के लिए जमा हुए। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया। डीपीए समाचार एजेंसी ने फ्रांसइन्फो के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा फ्रांस की राजधानी में शनिवार दोपहर विरोध प्रदर्शन से पहले लगभग 4,200 पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया था। अधिकारियों के अनुसार शाम 7 बजे तक 44 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका था और एक पुलिसकर्मी घायल हो गया है। लोगों ने राजधानी में पेरिस के 18 वें जिले में नकबा दिवस को मनाने के लिए प्रदर्शन किया । जहां पुलिस ने पहले से ही दुकानदारों को अपने व्यवसाय बंद करने का आदेश दिया था। फ्रांसीसी मीडिया ने आंतरिक मंत्रालय के हवाले से बताया कि पेरिस में 2,500 से 3,500 लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पूरे फ्रांस में लगभग 22,000 लोगों ने प्रदर्शन किया। बोडरे, लिली, ल्यों और स्ट्रासबर्ग जैसे शहरों में भी प्रदर्शन हुए। नकबा दिवस, 1948 में इजराइल राज्य की स्थापना के बाद सैकड़ों हजारों फलस्तीनियों के बड़े पैमाने पर विस्थापन का प्रतीक है। पेरिस पुलिस प्रान्त ने पहले आंतरिक मंत्री गेराल्ड डार्मिनिन के आदेश पर प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया था। एक अदालत ने प्रतिबंध को इस आधार पर उचित ठहराया कि 2014 में सार्वजनिक व्यवस्था को बड़े पैमाने पर बाधित किया गया था। उस समय गाजा पट्टी में इजरायली सैन्य आक्रमण के खिलाफ हजारों लोगों ने सात साल पहले प्रदर्शन किया था। दंगाइयों ने एक आराधनालय और यहूदी दुकानों पर भी हमला किया। प्रतिबंध के बावजूद आयोजक प्रदर्शन के अपने आह्वान पर अड़े रहे। इसलिए पुलिस ने माना कि दंगे हो सकते हैं, विशेष रूप से इसराइल और फलस्तीनियों में मौजूदा तनाव के कारण रैली में बड़ी भीड़ हो सकती है। --आईएएनएस एसएस/आरजेएस

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