
सियाराम पांडेय ‘शांत’ जिसे जीतने की आदत पड़ जाए,उसे हारना न तो अच्छा लगता है और न ही वह हार को स्वीकार कर पाता है। विजेता प्रवृत्ति का व्यक्ति अपने हिसाब से दुनिया को चलाना चाहता है। वह खुद को ही सर्वोपरि समझ बैठता है। हाल के दिनों में अमेरिकी क्लिक »-www.newsganj.com