नेपाल में हुई गुपचुप ढंग से इंटरनेशनल पीपुल्स असेंबली, जानें क्या है ड्रैगन का मिशन जमीन अधिग्रहण

कम्युनिस्ट देशों के प्रतिनिधियों का इंटरनेशनल पीपुल्स असेंबली संपन्न हो गया है। काठमांडू में 1-5 फरवरी तक चले इस सम्मेलन की मेजबानी नेपाल की सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी केंद्र ने की।
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काठमांडू, एजेंसी। नेपाल में कम्युनिस्ट सरकार बनने के बाद न सिर्फ चीन की गतिविधियां बढ़ी हैं, बल्कि दुनियाभर के कम्युनिस्ट देशों के प्रतिनिधियों का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन इंटरनेशनल पीपुल्स असेंबली यहां गुपचुप संपन्न हो गया है। नेपाल की राजधानी काठमांडू में 1-5 फरवरी तक चले इस सम्मेलन की मेजबानी नेपाल की सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी केंद्र ने की।

प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने बालुवाटार में रात्रिभोज का आयोजन किया

इस सम्मेलन में चीन, क्यूबा, वेनेजुएला, ब्राजील, घाना, दक्षिण अफ्रीका, मोरक्को, बांग्लादेश, इटली, स्पेन सहित कुछ अन्य देशों के कम्युनिस्ट दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे। सम्मेलन के समापन पर रविवार को नेपाल के प्रधानमंत्री और माओवादी केंद्र के अध्यक्ष पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' ने अपने सरकारी निवास बालुवाटार में रात्रिभोज का आयोजन किया।

वामपंथी दलों को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है

प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा कि नेपाल के सभी वामपंथी दलों को एकजुट करने का प्रयास किया जा रहा है। इसमें उन्हें काफी हद तक कामयाबी मिली है। नेपाल इस लिहाज से दुनिया की कम्युनिस्ट शक्तियों के लिए बड़ा उदाहरण हैं। प्रचंड ने कहा कि नेपाल की सशस्त्र क्रांति और शांति प्रक्रिया दुनिया के लिए मौलिक है। नेपाल के संविधान में हमारे अनुरूप संशोधन होना कम्युनिस्ट आंदोलन की बड़ी उपलब्धि है।

चीन का मिशन जमीन अधिग्रहण

चीन ने अब पड़ोसी नेपाल की जमीन पर कब्जा कर उस पर अवैध रूप से नौ बिल्डिंग खड़ी कर दी है। मामला प्रकाश में आने के बाद अब नेपाल में चीन का विरोध शुरू हो गया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने नेपाल सरकार को भरोसे में लिए बगैर उसके सीमावर्ती हुमला जिले में घुसकर जमीन कब्जा ली है। जमीन नौ बिल्डिंग बनाने के बाद अब वो इसे अपनी जमीन बता रहा है। चीन ने अब नेपाली नागरिकों को पूरे इलाके में घुसने से रोक दिया है।

लपचा के सरपंच विष्णु बहादुर लामा के मुताबिक, मैं सीमावर्ती इलाके में घूमने के लिए निकला था, लेकिन चीनी सैनिकों ने लिमी गांव में घुसने से रोक दिया। चीनी सैनिकों ने मुझे वापस भेज दिया। लामा ने अपने मोबाइल से चीनी निर्माण की तस्वीरें भी खींची हैं। चीन की सेना नेपाल की सीमा के दो किलोमीटर अंदर तक आ गई है।

पहले भी कब्जा की है जमीन

गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है, जब चीन ने नेपाली क्षेत्र पर कब्जा किया है। दो महीने पहले उसने नेपाल के गोरखा जिले में रुई गांव पर कब्जा कर लिया था। हाल में आई नेपाल के कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने कम से कम 11 जगहों पर नदियों का रास्ता बदलकर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है।

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