दक्षिण कोरिया की पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्यून-हाइ को जेल की लंबी सजा बरकरार
डॉयचे वेले, 14 जनवरी (हि. स.)। भ्रष्टाचार के मामले में लंबी सजा मामले में दक्षिण कोरिया की सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्यून-हाइ को रिश्वत और अन्य अपराधों के लिए 20 साल की जेल की सजा को बरकरार रखा है। भ्रष्टाचार के इस ऐतिहासिक मामले में यह अंतिम फैसला है। इसके साथ ही 2017 में देश की पहली महिला राष्ट्रपति पर लगे महाभियोग मामले के कानूनी प्रक्रिया पूरी हो गई। पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्यून- हाई 2016 को संसदीय चुनावों से पहले अपनी पार्टी के उम्मीदवार के नामांकन में अवैध रूप से मध्यस्थता के लिए एक अलग सजा के बाद, कुल मिलाकर, वह 22 साल तक की सेवा कर सकती थीं। इसके अलावा अदालत ने 21.5 बिलियन जब्त किए। पार्क गुरुवार को अदालत में मौजूद नहीं थीं। उन्होंने अक्टूबर 2017 से अदालत की कार्यवाही का बहिष्कार किया है, उनका दावा है कि वे उसके विरुद्ध पक्षपाती हैं। क्या थे आरोप पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्यून हाई को सैमसंग सहित देश के कुछ बड़े व्यापारिक समूहों से लाखों डॉलर रिश्वत और जबरन वसूली में अपने लंबे समय के विश्वासपात्र चोई सून-सिल के साथ मिलीभगत का दोषी ठहराया गया था। वह 2013 से 2016 तक पद पर थीं। पार्क को खुफिया प्रमुखों से अवैध रूप से वसूली करने के लिए आरोपित किया गया था, जिन्हें एजेंसी के बजट से हटा दिया गया था। हिन्दुस्थान समाचार/ अजीत-hindusthansamachar.in