भारतीय विशेषज्ञ की नजर में चीन का खुशहाल समाज
बीजिंग, 1 जुलाई (आईएएनएस)। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 100वीं वर्षगांठ पर समारोह 1 जुलाई की सुबह पेइचिंग के थ्येन आनमन चौक पर धूमधाम से आयोजित हुआ। इस मौके पर चीनी कम्यनिस्ट पार्टी की केंद्रीय कमेटी के महासचिव और राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने देशभर में श्यो खांग यानी प्रारंभिक तौर पर खुशहाल समाज का निर्माण पूरा करने की औपचारिक घोषणा की। महासभा के बाद सीएमजी के हिंदी विभाग ने पेइचिंग विदेशी भाषा विश्वविद्यालय में कार्यरत भारतीय हिंदी विशेषज्ञ विकास कुमार सिंह के साथ चीन के खुशहाल समाज के बारे में एक खास बात की। विकास को चीन में अध्ययन और काम करते हुए तेरह साल हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि चीन में रहने के अनुभव के आधार पर उनको लगता है कि शी की बात बिल्कुल सही और सटीक है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) ने गत 70 के दशक के अंत यानी सुधार और खुलेपन की नीति लागू करने की शुरुआत में ही खुशहाल समाज के निर्माण का लक्ष्य प्रस्तुत किया था। लंबे समय की निरंतर कोशिशों के बाद पार्टी की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ के समय उसने यह लक्ष्य पूरा किया है। अब लगभग सभी चीनियों की वस्त्र, भोजन व आवास जैसी मूलभूत जरूरतें पूरी हो चुकी हैं। पूरे चीन में आप कहीं भी चले जाएं, आपको सड़क, पानी, बिजली, आवास, शिक्षा, इन चीजों की समस्या देखने को नहीं मिलेगी। लगभग हरेक जगह पर यहां तक कि बहुत दूर-दराज जगहों व पहाड़ी इलाकों में भी बुनियादी संस्थापन का काम पूरा हो चुका है। विकास ने बताया कि एक महीने पहले उन्होंने पूर्वी चीन की तुलना में अपेक्षाकृत रूप से पिछड़े पश्चिमी चीन के शिनच्यांग का दौरा किया। लेकिन वहां जाकर जो दृश्य देखे, वे उनकी कल्पना से एकदम अलग थे। उन्होंने देखा कि वहां के लोगों के चेहरे पर खुशी झलक रही है। इसका मूल कारण है कि उनके जीवन में जो परिवर्तन आया है, जो पहले से अधिक खुशहाल हुआ है। एक छोटा उदाहरण देते हुए विकास ने बताया कि उनको एक स्थानीय युवा मिला। वह शिनच्यांग विश्वविद्यालय के कंम्यूटर साइंस विभाग से स्नातक होने के बाद बड़े शहर में नौकरी करने के बजाय अपने गांव वापस आ गया और अपना रोजगार स्थापित किया। अब एक साल में उसकी आमदनी लाखों रुपये है। चीन के रोजगार बाजार में सचमुच अपार संभावनाएं हैं। विकास ने बताया कि कहा जा सकता है कि अब चीनी लोग जीवन की मूल आवश्यकताओं से नहीं जूझ रहे हैं। विकास ने बताया कि शी के भाषण में और एक संदेश ध्यानाकर्षक है कि अब चीन दूसरे सौ वर्ष के लक्ष्य यानी नये चीन की स्थापना की सौवीं वर्षगांठ के लक्ष्य पर अभियान शुरू किया है। यह लक्ष्य यही है कि वर्ष 2049 तक चीन आर्थिक रूप से मजबूत, सैन्य रूप से ताकतवर, तकनीकी रूप से उन्नत और सामाजिक रूप से समृद्ध बनेगा। इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए चीन लगातार अन्य देशों के साथ सहयोग करता रहेगा, दूसरे से सीखता रहेगा और अपने अनुभव साझा करता रहेगा। (साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग) --आईएएनएस एसजीके/एएनएम