अर्मेनिया सीमा विवाद में रूसी मध्यस्थता से अजरबैजान को नहीं है कोई दिक्कत
बाकू, 30 मई (आईएएनएस)। अजरबैजान को अपने पड़ोसी देश आर्मेनिया के साथ एक सीमांकन रेखा स्थापित करने में रूसी मध्यस्थता से कोई परेशानी नहीं है। प्रधानमंत्री अली असदोव ने ने स्वतंत्र राज्यों के राष्ट्रमंडल (सीआईएस) के सरकार के अन्य प्रमुखों के साथ एक बैठक में कहा, अजरबैजान आर्मेनिया के साथ सीमा रेखा के मुद्दे को रचनात्मक रूप से हल करने के लिए तैयार है। डीपीए न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस संदर्भ में पीएम ने शनिवार को कहा कि उन्होंने रूस द्वारा एक त्रिपक्षीय आयोग बनाए जाने के प्रस्ताव का समर्थन किया है। आर्मेनिया के कार्यवाहक प्रधानमंत्री निकोल पाशिन्यान ने पहले अर्मेनियाई और अजरबैजानी सैनिकों की वापसी और अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों की तैनाती के पक्ष में बात की थी। चूंकि नागोर्नो-कराबाख के विवादित क्षेत्र को लेकर हाल ही में युद्ध की स्थिति उत्पन्न हुई थी इसलिए सीमा क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। 27 सितंबर से लेकर 9 नवंबर, 2020 तक जारी रहे नागोर्नो-कराबाख पर युद्ध के दौरान अजरबैजान ने 1990 के दशक की शुरूआत में खोए हुए क्षेत्र के एक बड़े हिस्से को पुन: प्राप्त कर लिया। इस लड़ाई में 6,000 से अधिक लोग मारे गए थे। दोनों देशों के बीच संघर्ष को बढ़ते देख रूस ने आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच युद्ध विराम की मध्यस्थता की थी, हालांकि समय-समय पर संघर्ष विराम उल्लंघन और हिंसा के उदाहरण यहां देखने को मिलते रहे हैं। --आईएएनएस एएसएन/आरजेएस