रियाद, (हि.स.)। अमेरिका ने गाजा में युद्धविराम के नए सिरे से प्रयास तेज कर दिए हैं। इस सिलसिले में अमेरिकी विदेशमंत्री एंटनी जे. ब्लिंकन मध्यपूर्व की यात्रा के प्रथम चरण में कल सऊदी अरब पहुंचे। उन्होंने लगभग 123 दिन से जारी इजराइल-हमास संघर्ष को रोकने पर क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से चर्चा की। उल्लेखनीय है कि अमेरिका गाजा में बंधकों को रिहा करने के प्रस्ताव पर सहयोगियों को एकजुट करने की कोशिश कर रहा है।
ब्लिंकन सात अक्टूबर से अब तक पांचवीं बार सऊदी अरब पहुंचे हैं
द न्यूयॉर्क टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, ब्लिंकन ने क्राउन प्रिंस से मध्य पूर्व में ईरान समर्थित मिलिशिया के दखल पर भी चर्चा की। ब्लिंकन सात अक्टूबर से अब तक पांचवीं बार सऊदी अरब पहुंचे हैं। क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के साथ बैठक में "गाजा में संकट का स्थायी अंत" कैसे प्राप्त किया जाए, इसकी आवश्यकता पर चर्चा की गई। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने दोनों के बीच बातचीत का संक्षिप्त ब्योरा पत्रकारों से साझा किया है।
अमेरिका और सऊदी अरब की कोशिशों पर इजराइल की नजर है
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका और सऊदी अरब की कोशिशों पर इजराइल की नजर है। इजराइल ने गाजा पट्टी में लड़ाई रोकने और वहां शेष बंधकों को रिहा करने के प्रस्ताव पर सोमवार को हमास के जवाब का इंतजार किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि हमास इस प्रस्ताव पर विचार-विमर्श कर रहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका, मिस्र और कतर को हमास से सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद है।
इजराइल और हमास में युद्धविराम होना बहुत ही जरुरी है। युद्ध किसी भी समस्या का हल नहीं है। इसमें लाखो बेगुनाह नागरिक अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं। हम सबने मीडिया के माध्यम से इजराइल और हमास युद्ध में आम नागरिको और छोटे छोटे बच्चों की लाशों को देखा, जो कि बहुत ही दिल दहलाने वाली घटना है। बिना मध्यस्तता के दोनों देशो के बिच यह युद्ध रुकना बहुत ही मुश्किल दिख रहा है। अगर अमेरिका और सऊदी अरब युद्धविराम करने में सफल हो जाते हैं, तो यह बहुत ही सराहनीय कार्य होगा।
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