नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। रूस से भारत आ रहे तेल टैंकर पर हुए मिसाइल हमले के बाद भारतीय नौसेना ने इंडियन क्रू मेंबर सहित अन्य लोगों की जान बचाई। भारतीय नौसेना के वॉरशिप आईएनएस कोच्चि की ओर से पनामा-ध्वज वाले कच्चे तेल टैंकर एमवी एंड्रोमेडा स्टार से मदद के कॉल का जवाब देते हुए रेड सी में 26 अप्रैल 2024 को हमला किया गया। भारतीय नौसेना की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार भारतीय नौसेना ने कच्चे तेल टैंकर वाले एमवी एंड्रोमेडा स्टार की स्थिति का पता लगाने के लिए हेलीकॉप्टर के जरीए हवाई रेस्क्यू का मिशन चलाया। इसके बाद शिपबॉर्न ईओडी टीम को तैनात किया गया।
हूती विद्रोहियों ने किया शिप हमला
भारतीय नौसेना की ओर से बताया गया कि एमवी एंड्रोमेडा स्टार शिप पर 22 भारतीय नागरिकों सहित 30 क्रू मेंबर के सदस्य मौजूद हैं और सभी सुरक्षित हैं। यह भी जानकारी दी गई कि यह शिप अगले बंदरगाह की ओर बढ़ रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, एमवी एंड्रोमेडा स्टार पर हमले का दावा यमन के हूती विद्रोहियों ने किया था, जिन्होंने कहा था कि उनकी मिसाइलों ने गाजा जंग के बीच फिलिस्तीनियों के लिए चल रहे समर्थन के हिस्से के रूप में इस टैंकर को निशाना बनाया था।
हूती विद्रोहियों ने तीन मिसाइलें लॉन्च की
इस हमले की पुष्टि अमेरिकी सेंट्रल कमांड से हुई, जिसने इस घटना के लिए ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों को यमन से तीन एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइलें लॉन्च करने के लिए जिम्मेदार ठहराया, जिससे एमवी एंड्रोमेडा स्टार जहाज को मामूली क्षति हुई।
रेड सी के आसपास नवंबर से हो रहे हमले
रिपोर्ट के अनुसार एक अन्य मिसाइल दूसरे जहाज एमवी मैशा के पास गिरी, लेकिन कथित तौर पर उसे कोई नुकसान नहीं हुआ. रूस के साथ व्यापार में लगा यह जहाज हमले के समय प्रिमोर्स्क, रूस से भारत के वाडिनार की ओर जा रहा था। हूती विद्रोही नवंबर से रेड सी और आसपास के इलाकों में ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहे हैं, जिससे शिपिंग मार्गों पर प्रभाव और मध्य पूर्व में चिंताएं पैदा हो रही है।
आइए अब जानते हैं आईएनएस कोच्चि की ताकत के बारे में
आईएनएस कोच्चि कोलकाता क्लास का दूसरा स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर है। साथ ही 2015 से नौसेना में यह तैनात है। 7500 टन डिस्प्लेसमेंट वाले इस जंगी जहाज की लंबाई 535 फीट है। यह 56 किलोमीटर प्रति गंटे की रफ्तार की गति से चल सकता है। इसको अंदर से छह तरह के आधुनिक सेंसर्स से लैस किया गया है। साथ ही तीन तरह के इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर और डेकॉय सिस्टम से भी लैस है। 32 बराक-8 और 16 ब्रह्मोस मिसाइलों से लैस है। 1 ओटो मेलारा 76 mm नेवल गन, 4 एके-630 सीआईडब्लूएस, 4 टॉरपीडो ट्यूब्स, 2 आरबीयू-6000 एंटी-सबमरीन रॉकेट लॉन्चर से लैस है। इस पर दो सी किंग या ध्रुव हेलिकॉप्टर तैनात हो सकते हैं।
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