नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। खतरनाक चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने गुजरात के कच्छ में जखाऊ तट के जरिये समुद्र से जमीन पर प्रवेश किया। इसके साथ ही हवा की रफ्तार 125 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई और तबाही शुरू हो गई। बड़ी संख्या में बिजली के खंभे और पेड़ उखड़ गए हैं। इसी वजह से जखाऊ राजमार्ग भी बंद करना पड़ा।
अंधेरे में डूबे जिले
चक्रवात के चलते देवभूमि द्वारका, मांडवी समेत कई क्षेत्रों में भारी बारिश हुई। बता दें कि भावनगर में एक पिता और पुत्र की नाले में डूबने से मौत हो गई। वहीं, चक्रवात से प्रभावित क्षेत्र अंधेरे में डूबे हुए हैं। पूरे कच्छ में बिजली आपूर्ति रोक दी गई है।
कितना खतरनाक है तूफान?
भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात का केंद्र करीब 50 किलोमीटर के दायरे में फैला है। इससे आप इसकी गंभीरता का अनुमान लगा सकते हैं। चक्रवात के आगे बढ़ने के दौरान समुद्र में 10-14 मीटर तक ऊंची लहरें उठ रहीं थीं। गुरूवार को तूफान के तट से टकराने के बाद नवलखी क्षेत्र में 7.5 मीटर ऊंची लहरें उठती देखी गईं। करीब एक लाख लोगों को चक्रवात के तट पर टकराने से पहले सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया था। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार सुबह तक बिपरजॉय तूफान के चक्रवातीय आंधी और शुक्रवार शाम तक सामान्य आंधी-तूफान में बदलने की उम्मीद है।
तूफान के कारण रेल सेवा प्रभावित
एहतियात के तौर पर पश्चिम रेलवे ने तूफान प्रभावित क्षेत्रों में कई ट्रेनों को रद्द करने का फैसला किया है। पश्चिम रेलवे ने एक बयान में बताया कि कुल मिलाकर 99 ट्रेनें 18 जून तक रद्द की गईं हैं। वहीं बुधवार को 76 ट्रेनें रद्द कर दी गईं थीं। वहीं 39 ट्रेनें अपने निर्धारित गंतव्य से पहले ही रोक दी गईं।