नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। मणिपुर में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। पिछले महीने शुरू हुई हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। एक महीने से अधिक समय हो गया राज्य में इंटरनेट सेवा बाधित है। इसको लेकर मणिपुर के लोग दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। अब इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में सर्वदलीय बैठक की। इस बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, भाजपा सहित कई पार्टियों के नेता मौजूद रहे।
बैठक में कौन-कौन नेता हुए शामिल
इस बैठक में जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय,केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, बीजेपी नेता पिनाकी मिश्र, मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा, TMC नेता डेरेक ओ ब्रायन, CPI (M) सांसद जॉन ब्रिटास, कांग्रेस नेता ओकरम इबोबी सिंह सहित अन्य नेता शामिल हुए। इस बैठक में केंद्र सरकार ने सभी दलों के नेताओं को हिंसा और उसकी वजहों के बारे में जानकारी दी और इस पर चर्चा हुई।
मणिपुर में इंटरनेट सेवा बंद
3 मई को मैतेई समुदाय की ओर से अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ का आयोजन हुआ था। जिसके बाद से मणिपुर में हिंसक झड़पें हुई हैं। हिंसा में अब तक लगभग 120 लोगों की जान चली गई है और 3,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं। प्रदेश में जारी अशांति को देखते हुए इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध को 25 जून तक बढ़ा दिया गया है। बदा दें कि मणिपुर में पिछले महीने से लगातार इंटरनेट पर प्रतिबंध जारी है।