Hindi Day Week: मौलिक रूप से या कागजी तौर पर, बेशक हिन्दी को बढ़ावा देने की वकालत हुकूमतें और समाज करता है? पर, असल सच्चाई तो यही है कि हिन्दी एक वर्ग मात्र तक ही सिमटती जा रही है।