कोरोना संकट में दूसरे प्रदेशों से 1.95 लाख लोग हिमाचल वापस लाए गए : जयराम ठाकुर
शिमला, 12 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शुक्रवार को शिमला से भाजपा मण्डल धर्मशाला की वर्चुअल रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोरोना संकट के बीच हिमाचल प्रदेश के लगभग 1.95 लाख लोगों को देश के विभिन्न राज्यों से वापस लाया गया है, जिसके कारण कोरोना वायरस के रोगियों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। राज्य में कोरोना वायरस का पहला मामला धर्मशाला से आया था। लेकिन इस नगर के लोगों ने कोरोना का डटकर मुकाबला किया और केन्द्र व राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों का पूर्ण रूप से पालन किया। उन्होंने कहा कि इस महमारी को लेकर चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि बाहर से आने वाले लोगों को संस्थागत अथवा होम क्वारंटीन में रखा जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस से ठीक होने वालों की दर बेहतर है और राज्य सरकार ने स्थिति पर काबू पाने के लिए व्यापक प्रबन्ध किए हैं। राज्य में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों और मास्क आदि की कोई कमी नहीं है। जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना संकट में हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी को पटरी पर लाने के लिए मंत्रिमण्डलीय उप समिति और टास्क फोर्स गठित की गईं हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा गतिविधियों को पुनः आरम्भ किया गया है और लोक निर्माण विभाग व जल शक्ति विभाग की परियोजनाओं पर कार्य बहाल हो चुका है। उन्होंने कहा कि धर्मशाला का विकास राज्य सरकार की प्राथमिकता है और इस नगर को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के कार्य में गति लाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार का पांच वर्ष का कार्यकाल अपने नेताओं को भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों से बचाने में बीत गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश उच्च न्यायालय ने पटवारियों की भर्ती के मामले में वर्तमान राज्य सरकार को क्लीन चिट दी है। हिन्दुस्थान समाचार/उज्जवल/सुनील-hindusthansamachar.in