धान खरीदी के लिए सरकार ने 04 लाख के स्थान पर 01 लाख बारदाने का ही किया टेण्डर - महेश गागड़ा
मजदूर के मौत पर मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिये जाने की मांग बीजापुर, 12 जनवरी(हि.स.)। पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि समूचे राज्य में धान खरीदी की बुरी स्थिति है। भूपेश सरकार की किसानों का पूरा धान खरीदने की मंशा शुरू से ही नहीं थी, इसलिए 04.45 लाख बारदाने की मांग के मुकाबले राज्य सरकार ने केवल 01 लाख बारदानों का ही टेण्डर किया है। बारदानों को लेकर सेल्समेन एवं प्रबंधकों को निलंबन की चेतावनी दी जा रही है। अब कांग्रेस कार्यकर्ता ही महंगे दामों पर बोरे बेच रहे हैं। खरीदी केन्द्रों में अव्यवस्था फैली हुई है। पत्रकारों से चर्चा करते पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रवास के एक दिन पहले महादेव तालाब के किनारे काम पर लगाए गए एक मजदूर हरीश की मौत करंट लगने से हो गई। इस पर किसी कांग्रेसी ने संवेदना तक व्यक्त नही किया,मुख्यमंत्री ने भी संवेदना के दो शब्द नहीं कहे। उन्होने हादसे में मृत महेश के परिवार को मुआवजा और उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिये जाने की मांग किया है। महेश गागड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कर्मचारियों के नियमितीकरण की बात कही थी लेकिन अब इससे मुकर रही है। पटवारियों को तबादले का डर दिखाया जा रहा है। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही गई थी, लेकिन ढाई हजार रूपए भत्ते पर सरकार चुप है। उन्होने कहा कि पूरे जिले में भ्रष्टाचार का आलम है। सड़कें बनने के 15 दिन बाद ही उखड़ रही है,इसमें विधायक, अफसर और ठेकेदार की मिलीभगत है। बस्तर में गोठान की सोच पर वैज्ञानिक तरीके से मंथन होना चाहिए। पूरे प्रशासन को गोठान में झोंक देने से विकास कार्यों पर असर पड़ रहा है। इस दौरान जिला सह प्रभारी धनीराम बारसेएवं भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास राव मुदलियार, भाजपा अजजा मोर्चा जिलाध्यक्ष सुखलालपुजारी, उपाध्यक्ष घासीराम नाग एवं जिला मंत्री सत्येन्द्र ठाकुर मौजूद थे। हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे-hindusthansamachar.in