
जयपुर,एजेंसी। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने राजस्थान में बार- बार हो रहे पेपरलीक मामले पर प्रतिक्रिया दी है। पायलट ने पेपरलीक से युवाओं का मनोबल टूटता है। नौजवानों का भरोसा खो देंगे तो बहुत बड़ी चुनौती आ जाएगी। इसके साथ ही पायलट ने समर्थकों से जोश बचाकर रखने की बात कहकर सियासी चर्चा छेड़ दी। पायलट ने समर्थकों से कहा कि जो उत्साह और जोश है, उसे संभालकर रखें। आगे राजनीतिक चुनौतियां आएंगी। चुनाव भी इस साल के अंत में होगा। हम सबको मिलकर काम करना है। मुझे तो हमारे नौजवानों, कार्यकर्ताओं, क्षेत्रवासियों, प्रदेशवासियों के साथ हर खुशी, हर गम बांटना है। चाहे होली-दीवाली हो। शादी हो, गम हो। लोगों से रिश्ते तो बनाने से बनते हैं। उन्हें निभाना भी है।
संगठन और पार्टी मजूबती से फैसले करती है जिसे पसंद कर रही जनता
पायलट ने कहा कि हर संगठन और पार्टी मजबूती से फैसले करती है। जनता उसे पसंद भी करती है। मुझे लगता है कि राजस्थान में तमाम संभावनाएं हैं। हम लोग मिलकर काम करेंगे तो लोगों को आशीर्वाद निश्चित रूप से हमें मिलेगा। पिछले आठ साल में केंद्र सरकार ने लगातार लोगों को निराश किया है। राजस्थान भाजपा में बिखराव और फूट है। भाजपा ने पिछले साढे़ चार साल में जिम्मेदार विपक्ष की तरह व्यवहार नहीं किया। इसे जनता देख चुकी है। भाजपा आपसी झगड़ों में फंसी हुई है, इससे नहीं लगता कि वह राजस्थान में एक मजबूत पार्टी की तरह उभर पाएगी। मुझे लगता है सरकार और संगठन मिलकर काम करेंगे तो कांग्रेस सरकार रिपीट हो सकती है।
नौजवानों के भविष्य से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता
पायलट ने कहा कि पेपरलीक बड़ी चिंता का विषय है, नौजवानों के भविष्य से कोई खिलवाड़ नहीं कर सकता। सरकारें आती-जाती हैं, लेकिन पढ़े-लिखे युवाओं का सिस्टम पर विश्वास रहना जरूरी है। अगर शिक्षित युवाओं का सिस्टम पर विश्वास नहीं रहा तो भविष्य के लिए बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह लग जाएगा। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा कहता हूं, जो पेपरलीक प्रकरण में शामिल रहे चाहे कितना ही बड़ा व्यक्ति हो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए, मैंने सार्वजनिक रूप से बोला है। पेपरलीक लगातार होते हैं, उसमें लोगों को लगना चाहिए कि हम जड़ तक पहुंच गए हैं। भविष्य में यह नहीं होगा। हम लोग तमाम वादे करते हैं, फिर भी बार बार यह बात रिपीट होती है तो लोगों का मनोबल टूटता है। अगर हम नौजवानों का विश्वास खो देंगे तो बहुत बड़ी चुनौती सामने आएगी।पायलट ने कहा कि वीरांगनाओं के साथ जिस तरह बदसलूकी हुई है, उसके जिम्मेदारों पर कार्रवाई हो। जिस तरह वीरांगनाओं के साथ पुलिस ने बर्ताव किया, वह निंदनीय है। वीरांगनाओं के साथ इस तरह की बदसलूकी अस्वीकार्य है। माना कि मांगें पूरी करने में समय लग सकता है, लेकिन वीरांगनाओं के साथ बदसलूकी करना गलत है।