मंत्री डॉ संजय निषाद ने कहा कि लोकतंत्र में न्यायपालिका जब तक किसी को दोषी न ठहरा दे, तब तक किसी को भी कुछ नहीं कहा जा सकता है। उससे पहले कोई भी उसका समर्थन कर सकता है।