भाजपा झूठ बोलने की देती है ट्रेनिंग : शिवपाल यादव

शिवपाल यादव ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा में झूठ बोलने और बेईमानी की ट्रेनिंग दी जाती है। भारतीय जनता पार्टी ने छह साल में उत्तर प्रदेश में कोई भी काम नहीं कराया है।
भाजपा झूठ बोलने की देती है ट्रेनिंग : शिवपाल यादव

इटावा, एजेंसी। उत्तर प्रदेश में चल रहे नगरीय निकाय चुनाव में दल बदलकर दूसरे दलों में शामिल होने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को इटावा में सुनील यादव ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन छोड़कर अपने समर्थकों के साथ फिर से साइकिल पर सवार हो गए।
इस मौके पर समाजवादी पार्टी के (SP) महासचिव शिवपाल यादव ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा में झूठ बोलने और बेईमानी की ट्रेनिंग दी जाती है। भारतीय जनता पार्टी ने छह साल में उत्तर प्रदेश में कोई भी काम नहीं कराया है। झूठे वादे किए हैं। इसलिए उप्र के नगरीय निकाय चुनाव और यहां की पालिका के चुनाव में जनता वोट की चोट से भाजपा को हटाएगी और 2024 के लोकसभा चुनाव में भी इनकी सरकार देश में नहीं बनेगी।

महंगाई, भ्रष्टाचार पर सरकार को घेरा
शिवपाल ने कहा कि इस सरकार में महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी चरम पर है। इन्होंने एक भी वादा पूरा नहीं किया है। इसी वादाखिलाफी के चलते जनता काफी नाराज है और निकाय चुनाव में जनता वोट की चोट से भाजपा को हराने का मूड बना चुकी है। उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर भाजपा को हराने के लिए जी-जान से लगने की बात कही।

मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद छोड़ दी थी समाजवादी पार्टी
सपा महासचिव ने कहा कि नेताजी मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव के दौरान समाजवादी पार्टी छोड़कर सुनील यादव अपने समर्थकों के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। पृष्ठभूमि समाजवादी सुनील यादव बीच में कुछ दिन के लिए भटक गए थे इसका उन्हें मलाल था। उन्हें भाजपा में जाने पर जो सम्मान अपने घर में मिला करता था वह नहीं मिला, इस कारण चंद दिनों में ही वे अपने घर वापस लौट आए हैं।

इस मौके पर पूर्व जिला अध्यक्ष सुनील यादव ने लोगों से निकाय चुनाव में भाजपा को हरवा कर समाजवादी पार्टी को भारी बहुमत से निकाय चुनाव में जीत दिलवाने की अपील की।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के महासचिव शिवपाल यादव ने पार्टी से बागी हुए लोगों को समझा-बुझाकर पार्टी में घर वापसी करवाने का सिलसिला शुरू कर दिया है। इसी क्रम के चलते समाजवादी पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुनील यादव अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ शुक्रवार सपा में दोबारा शामिल हुए। वह निकाय चुनाव में सपा को मजबूती से जीत दिलवाने की अपील करते हुए नजर आए।

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