रंगा-बिल्ला ने 1978 में गीता और संजय चोपड़ा की हत्या कर दी थी। दोनों को फांसी दी गई थी। लेकिन फांसी के 2 घंटे बाद भी रंगा जिंदा था। वहीं अब इस कहानी के ऊपर वेब सीरीज 'ब्लैक वारंट बनाई गई है।