राकेश त्रिपाठी ने बताया कि फिल्म जितना लोग सोच रहे हैं, उससे ज्यादा अच्छी बने इसके लिए एकाग्रता और कठिन परिश्रम की जरूरत होती है। इसी चीज को हम अपनी फिल्म में फॉलो कर रहे है।