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ब्रेस्ट कैंसर से जूझ रही छवि मित्तल, सोशल मीडिया पर बयां किया दर्द

मुंबई, 18 अप्रैल (आईएएनएस)। अभिनेत्री छवि मित्तल ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया हैंडल पर अपने प्रशंसकों और दोस्तों के साथ स्तन कैंसर के निदान के बारे में कुछ बातें शेयर की और बताया कि वह इससे कैसे लड़ रही हैं। अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया कि उन्हें बीमारी के बारे में कैसे पता चला। उन्होंने अपने प्रशंसकों और दोस्तों को उनके समर्थन और सोशल मीडिया पर उनके पोस्ट के बाद मिल रहे संदेशों के लिए धन्यवाद भी दिया। छवि ने लिखा कि मैंने कल से बहुत सारे आंसू बहाए हैं। लेकिन केवल खुशी के आंसू। मुझे पिछले 24 घंटों में हजारों संदेश और शुभकामनाएं मिली हैं, और उनमें से प्रत्येक ने स्ट्रॉन्ग, सुपरवुमन, इंस्पिरेशन, फाइटर, मणि और ऐसे कई खूबसूरत शब्दों से मेरा हौसला बढ़ाया है। छवि ने आगे कहा कि मुझे विभिन्न धर्मों के संदेश भी मिले, जहां लोग नमाज के दौरान, भोलेनाथ, गुरुजी से मेरे लिए प्रार्थना कर रहे हैं। मैं समर्थकों से इस तरह के प्यार को पाकर बहुत अभिभूत हूं। आप में से कई लोग समाचार पढ़कर रोए भी होंगे। 41 वर्षीय अभिनेत्री ने आगे उल्लेख किया कि कैसे उन्हें स्तन कैंसर का पता चला और कैसे उन्हें वास्तविकता के बारे में पता चला। लोग मुझसे पूछ रहे हैं कि मुझे इसके बारे में कैसे पता चला। मैंने इसका सही समय पर पता लगा लिया, इसके लिए मैं धन्य महसूस करती हूं। जिम करने के दौरान मेरे ब्रेस्ट में मामूली चोट लग गई थी। जिसे दिखाने मैं डॉक्टर के पास गई, जहां डॉक्टर ने मेरे ब्रेस्ट में गांठ का पता लगाया। इसकी आगे जांच की। बायोप्सी किया जो पॉजिटिव आया। मुझे लगता है कि मेरी जिमिंग ने सचमुच मेरी जान बचा ली। कैंसर के बाद पेसेंट को अनिवार्य रूप से छह मासिक पीईटी स्कैन कराने होते हैं। अभिनेत्री ने बॉडी चेकअप और कोई भी गांठ पाए जाने पर हमेशा ध्यान देने की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि स्तन कैंसर से अपने जीवन को बचाने के लिए, कृपया नियमित स्व-परीक्षा/मैमोग्राम कराएं। और यदि आपको कोई गांठ मिल जाए तो उसे नजरअंदाज न करें। जल्दी पता लगाना ही एकमात्र सफल उपचार का तरीका है। उन्होंने यह भी बताया कि कैंसर रोगी से कौन सी बातें नहीं कहनी चाहिए उन्होंने कहा कि आपके पास कुछ भी नहीं है, मैंने लोगों को इससे लड़ते देखा है। आप भाग्यशाली हैं। कैंसर न केवल रोगी के लिए बल्कि उनके आस-पास के सभी लोगों के लिए एक लड़ाई है। कम से कम आप संवेदनशील हो सकते हैं। सभी कैंसर यात्राएं समान नहीं होती हैं, तो तुलना करने की आवश्यकता क्यों है? और अंत में आपके साथ कुछ भी हो सकता है। उन्होंने लिखा कि मैं जैसी भी हूं। मैं भी बेहद खुशकिस्मत हूं कि मेरे सोशल मीडिया समुदाय में संवेदनशील लोग हैं। आप लोग मुझे अपने संदेशों और इच्छाओं और अनुभवों के साथ ताकत देते हैं। इसके लिए धन्यवाद। --आईएएनएस एमएसबी/एसकेपी

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