
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। सुपरस्टार प्रभास की फिल्म आदिपुरुष को रिलीज के साथ ही विवादों का सामना करना पड़ रहा है। फिल्म के डॉयलाग को लेकर लोगों ने जमकर आलोचना की है। आदिपुरुष फिल्म के राइटर मनोज मुंतशिर ने सोशल मीडिया पर माफी मांगी है।
आदिपुरुष फिल्म ने जनता की राय को ठेस पहुंचाई है
मनोज मुंतशिर ने ट्वीट करते हुए कहा कि ''मैं मानता हूं कि आदिपुरुष फिल्म ने जनता की राय को ठेस पहुंचाई है। मैं अपने सभी भाइयों, बहनों, बुजुर्गों, प्रतिष्ठित साधु-संतों और श्रीराम के अनुयायियों से हाथ जोड़कर बिना शर्त माफी मांगता हूं। भगवान बजरंगबली हम सभी पर कृपा करें। हमें अपने पवित्र, शाश्वत और महान देश की अखंड रहकर सेवा करने की शक्ति दीजिये।”
सोशल मीडिया पर घमासान छिड़ गया
इसी के साथ ही सोशल मीडिया पर घमासान छिड़ गया है। इसको लेकर लोगों ने मुतंशिर के पुराने ट्वीट के स्क्रीनशॉट पोस्ट करना शुरू कर दिया है। वहीं कुछ लोग ये भी कह रहे हैं कि फिल्म के सिनेमाघरों में रिलीज होने के काफी दिन बाद माफी मांगने से मनोज को कोई फायदा नहीं होगा। इससे बेहतर होता कि वह फिल्म रिलीज होने के तुरंत बाद माफी मांग लेते।'
क्यों बदले मनोज के सुर?
मनोज ने बताया कि फिल्म 'केसरी' के गाने 'तेरी मिट्टी' के बाद काफी लोकप्रिय हो गए थे। मुख्य रूप से अपनी राष्ट्रवादी छवि के कारण उन्होंने खूब चर्चा बटोरी और उनके पास काम की लाइन भी लग गई थीं, लेकिन आदिपुरुष विवाद के बाद अब सभी ने उनसे किनारा कर लिया है। इसके अलावा आदिपुरुष द्वारा आस्था के हनन का मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच गया। हाल ही में इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट इलाहाबाद ने तीखी टिप्पणी की थी। इस पर मनोज ने माफी मांग कर मामले को शांत करने की कोशिश की है। यह प्रयास कितना सफल रहेगा यह देखने वाली बात है।
बॉक्स ऑफिस पर असफल रही
फिल्म आदिपुरुष रिलीज होने के साथ पर्दे पर फ्लॉप रही। इसके साथ ही फिल्म को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। दर्शकों को सबसे ज्यादा आपत्ति फिल्म के डायलॉग पर थी। इसके बाद संवाद लेखक मनोज शुक्ला ने बताया कि दादी-नानी हमेशा रामायण की कहानी इसी भाषा में सुनाती थीं। उन्होंने फिल्म में इसी भाषा का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा था कि हनुमानजी भगवान नहीं हैं। हमने उन्हें भगवान बना दिया है।
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