नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। अभिनेता इरफान के निधन को चार साल होने को हैं। 29 अप्रैल को उनकी चौथी पुण्यतिथि है। इरफान बॉलीवुड के उन अभिनेताओं में से एक थे जिनकी एक्टिंग को फैन्स और आलोचक दोनों ही खूब पसंद करते हैं। उनके जाने के बाद भी लोग उन्हें उनकी फिल्मों और किरदारों से याद करते हैं। लेकिन अपनी एक्टिंग का लोहा पूरी दुनिया में मनवाने वाले इरफान की शुरुआत इतनी शानदार नहीं थी।
NSD से पढ़ाई के बाद इरफान को बतौर एक्टर टीवी में चांस मिला। तब उन्होंने चंद्रकांता, चाणक्य, भारत एक खोज जैसे शोज़ में काम किया। बतौर एक्टर इरफान टीवी में अच्छा काम कर रहे थे। डायरेक्टर मीरा नायर ने उन्हें अपनी फिल्म सलाम बॉम्बे में एक कैमियो रोल ऑफर किया। हालांकि, शूटिंग से दो दिन पहले ही मीरा ने इरफान को बताया कि उनके सारे सीन काट दिए गए थे। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि सीन कटने की बात सुनकर वो खूब रोए थे।
हालांकि, शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद इरफान ने अपने करियर में ऐसी फिल्में बनाईं जो बॉलीवुड की पहचान बन गईं। पान सिंह तोमर, मकबूल, हिंदी मीडियम, करीब-करीब सिंगल, ब्लैकमेल जैसी फिल्में आज भी इरफान के फैन्स खूब देखते हैं। चाहे हासिल में विलेन का रोल हो या लाइफ इन अ मेट्रो में एक आम आदमी का किरदार। इरफान उन चुनिंदा अभिनेताओं में से एक थे जो स्क्रीन पर इरफान लगते ही नहीं थे।
कैंसर से जूझ रहे थे इरफान
इरफान एक रेयर टाइप के कैंसर से जूझ रहे थे। जब कैंसर सामने आया था तब वो अपनी आखिरी फिल्म 'अंग्रेज़ी मीडियम' की शूटिंग कर रहे थे। तब इरफान ने एक मैसेज जारी किया था। उस मैसेज में उन्होंने कहा था कि उनके शरीर में कुछ अनचाहे मेहमान घुस गए हैं। साथ ही कहा था- 'कहावत है कि when Life gives you lemons, make lemonade. लेकिन जब जिंदगी सच में नींबू देती है तो शिकंजी बनाना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन आपके पास पॉजिटिव रहने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं होता है।'
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