नई दिल्ली, रफ्तार। एक्ट्रेस अंजली पाटिल बड़ी ठगी का शिकार हुई हैं। जालसाजों ने उनसे 5.79 लाख रुपए ठगे। पुलिस का कहना है कि जालसाज ने झूठा दावा किया कि उनके पार्सल में ड्रग्स मिले हैं। उसके तीन बैंक खातों का मनी लॉन्ड्रिंग से भी लिंक हैं। अंधेरी में रह रहीं अंजलि को 28 दिसंबर को अज्ञात नंबर से कॉल आया था। कॉलर ने खुद को फेडेक्स कूरियर कंपनी का कर्मचारी दीपक शर्मा बताया और कहा कि ताइवान जाने वाले उनके नाम के एक पार्सल में नशीली दवाएं मिली हैं। पार्सल को सीमा शुल्क विभाग ने जब्त किया है।
पहले पार्सल और फिर साइबर पुलिस अधिकारी के नाम पर आया था कॉल
उस पार्सल में उसके आधार कार्ड की कॉपी मिली है। ऐसे में वह कानूनी पचड़े में नहीं फंसने और आधार कार्ड का दुरुपयोग नहीं होने के लिए मुंबई साइबर अपराध विभाग से मदद लें। कॉल के कुछ देर बाद दूसरे ठग ने फिर अंजलि को कॉल किया। खुद को साइबर पुलिस का सीनियर अधिकारी बनर्जी बताया। उसने कहा कि अंजलि का आधार कार्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में फंसे तीन बैंक खातों से जुड़ा है, उसकी सत्यापन प्रक्रिया के लिए अंजलि को 96525 रुपए की प्रक्रिया शुल्क देनी होगी। रकम संदिग्ध साइबर अधिकारी बनर्जी ने अंजलि से जीपे नंबर भेज कर मांगी। फिर स्काइप कॉल कर बनर्जी ने मनी लॉन्ड्रिंग घोटाले में बैंक अधिकारी भी शामिल हैं, इसलिए 4.83 लाख रुपए और जमा करनी होगी, ताकि केस को रफा-दफा किया जा सके।
साइबर अधिकारी बनकर की बात
पुलिस के मुताबिक अंजलि डर गई। बदनामी एवं पुलिस केस के चक्कर में नहीं फंसने के लिए उसने बिना हिचकिचाहट के अज्ञात जालसाज, जो साइबर अधिकारी बनर्जी बनकर बात की थी। उसके पंजाब नेशनल बैंक के खाते में अपने खाते से रकम ट्रांसफर कर दिया। कुछ दिन बाद इस घटना के बारे में अंजलि ने मकान मालिक को बताया। तब उनको पता चला कि वह साइबर ठगी की शिकार हुई है। एक्ट्रेस के बयान पर डीएन नगर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
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