anubhav-sinha-joins-hands-with-ketan-mehta-for-a-film-on-freedom-radio
anubhav-sinha-joins-hands-with-ketan-mehta-for-a-film-on-freedom-radio

फ्रीडम रेडियो पर फिल्म के लिए अनुभव सिन्हा ने केतन मेहता से मिलाया हाथ

मुंबई, 19 मई (आईएएनएस)। फिल्म निर्माता अनुभव सिन्हा की अनेक जल्द ही रिलीज होने वाली है। उन्होंने फिल्म निर्माता केतन मेहता के साथ मिलकर स्वतंत्रता सेनानी उषा मेहता के जीवन पर आधारित एक बायोपिक फ्रीडम रेडियो का निर्माण किया है। उषा को 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान एक भूमिगत रेडियो स्टेशन सीक्रेट कांग्रेस रेडियो के आयोजन के लिए याद किया जाता है। बाद में उन्हें देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। मेहता ने इससे पहले सरदार, मंगल पांडे - द राइजिंग और मांझी- द माउंटेन मैन जैसी फिल्में बनाई हैं। उन्होंने फिल्म के बारे में कहा, यह स्वतंत्रता की भावना के बारे में फिल्म है। इसकी कथा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक भूले हुए, लेकिन महत्वपूर्ण अध्याय भारत छोड़ो आंदोलन को पकड़े हुई है। मेहता ने कहा, 1942 में जब महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो आंदोलन की घोषणा की, जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की अंतिम लड़ाई थी, ब्रिटिश सरकार ने गांधी, पटेल (सरदार वल्लभभाई) और आजाद (मौलाना अबुल कलाम), नेहरू (जवाहरलाल)सहित सभी शीर्ष (कांग्रेस) नेतृत्व को गिरफ्तार कर लिया। उस आंदोलन को नेतृत्वहीन बना दिया गया। सभी समाचारों को अवरुद्ध कर दिया गया और सेंसर कर दिया गया, सभी विरोधों पर प्रतिबंध लगा दिया गया। तभी भारत के युवा कार्यभार संभालने और स्वतंत्रता आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए आगे आए। आंदोलन में उषा मेहता के योगदान पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा, 22 वर्षीय छात्र उषा मेहता ने अंग्रेजों का मुकाबला करने के लिए साथी छात्रों की एक टीम को प्रेरित किया। उन्होंने एक गुप्त, भूमिगत रेडियो स्टेशन की स्थापना की। बड़े व्यक्तिगत जोखिम पर और लगातार धमकी के तहत वे भारत के लोगों को स्वतंत्रता संग्राम की सच्ची खबर प्रदान करते रहे और स्वतंत्रता की भावना को बनाए रखा। इस तरह की कहानी बड़े पर्दे पर दिखाने के लिए मेहता को मजबूत सहयोगियों की जरूरत थी। उन्होंने कहा, इस कहानी को विकसित करने में आनंद आया। उन नेताओं को उनकी व्यक्तिगत डायरी के माध्यम से जाना और उनकी यादों में खुद को तल्लीन करना काम का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है। मुझे अनुभव की तुलना में अधिक सहायक निर्माता और सहयोगी नहीं मिला, जो दृष्टि को समझता हो। सिन्हा का प्रोडक्शन हाउस बनारस मीडियावर्क्स इस परियोजना का समर्थन कर रहा है। उन्होंने कहा, इस परियोजना पर केतन के साथ काम करना बहुत खुशी की बात है। मुझे उषा मेहता के साहस और धैर्य ने लिया। यह उस तरह की देशभक्ति है, जिसे हमें आज के समय में फिर से देखने की जरूरत है। फिल्म की रिलीज डेट की घोषणा जल्द की जाएगी। --आईएएनएस एसजीके/एएनएम

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in