amalgamation-of-local-and-global-talent-at-ladakh-international-music-festival
amalgamation-of-local-and-global-talent-at-ladakh-international-music-festival

लद्दाख अंतर्राष्ट्रीय संगीत समारोह में स्थानीय और वैश्विक प्रतिभाओं का समामेलन

लेह, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। लद्दाख न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता बल्कि इसकी समृद्ध विरासत और संस्कृति के लिए भी जाना जाता है। लद्दाख अंतर्राष्ट्रीय संगीत समारोह राष्ट्रीय, अंतर्राष्ट्रीय रॉक बैंड और स्थानीय प्रतिभाओं को एक साथ ला रहा है। त्योहार का मुख्य आकर्षण यह है कि लद्दाख के स्थानीय संगीत बैंड को अपने शिल्प का प्रदर्शन करने के लिए मंच मिल रहा है। महोत्सव में दशुग्स बैंड, रोल्यांग्स बैंड और फैसल अशूर, एनोनिमस, एकॉस्टिक और मर्युल सेम्यंग सहित लगभग 6 बैंड भाग ले रहे हैं। ये समूह हिंद महासागर, पाराशर, टेटसेओ सिस्टर्स, जोई बरुआ और बैंड और डीजे अन्ना और अली बर्नी जैसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय संगीत बैंड के साथ मंच साझा करेंगे। लद्दाख के प्रमुख स्थानीय बैंडों में से एक फैसल अशूर है जिसका नाम इसके बैंड लीडर के नाम पर रखा गया है। बैंड लीडर फैसल अशूर का कहना है कि यह उनके लिए लद्दाख में होने वाले इस तरह के एक बड़े और प्रमुख कार्यक्रम का हिस्सा बनने का एक शानदार अवसर है। उन्होंने कहा, लद्दाख बैंड के रूप में हम वास्तव में भाग्यशाली हैं और लद्दाख में पहली बार इतने बड़े आयोजन का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं। हम वर्षों से स्थानीय और बाहरी स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन इतने बड़े बैंड के साथ इस मंच को साझा करना अपने आप में एक बड़ी बात है। साथ ही, हमारा बैंड और अन्य बैंड संगीत और कला में हमारी सांस्कृतिक समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने और बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं। संगीत की विविधता का ऐसा संगम निश्चित रूप से हमारे लोगों को एक साथ लाएगा। यह भी है कला, संस्कृति और संगीत में हमारे देश की महानता का उत्सव हैं। दूसरी ओर, ताशी ग्यालसन, चीफ एक्जीक्यूटिव काउंसलर, एलएएचडीसी (लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल, लेह) जिन्होंने लद्दाख की स्थानीय प्रतिभाओं का लगातार समर्थन किया है, यह हमारे सभी स्थानीय कलाकारों के लिए एक अविश्वसनीय अवसर है। एक ही मंच पर प्रदर्शन करना। हिंद महासागर जैसे बड़े प्रसिद्ध बैंड उनके मनोबल को पूरी तरह से बढ़ाएंगे। हमें उम्मीद है कि इस तरह का एक ऐतिहासिक त्योहार बहुत लंबे समय तक जारी रहेगा और आने वाले समय में यह और बड़ा होता जाएगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि लद्दाख की एक बहुत ही अलग संस्कृति, लोक गीत, संगीत है और इसका एक हजार साल से अधिक पुराना इतिहास है। उन्होंने आगे कहा, हमारी समृद्ध लद्दाखी विरासत हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है और हम इसे कभी भी खोना नहीं चाहेंगे, हमें इसकी रक्षा करनी होगी, साथ ही हमें अपनी समृद्ध संस्कृति को बरकरार रखते हुए विकसित समय के साथ-साथ बढ़ने की जरूरत है। समय के साथ आगे बढ़ते हुए हम अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। लद्दाख अंतर्राष्ट्रीय संगीत समारोह (30 अप्रैल से 2 मई) स्थानीय लद्दाखी रॉक बैंड के बीच एक प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा जो लेह के सोनम वांगचुक स्टेडियम में आयोजित की जाएगी। इसमें जिग्मत कॉउचर द्वारा संचालित एक फैशन शो भी शामिल है, जो इस क्षेत्र का सबसे बड़ा फैशन हाउस है। यह महोत्सव लद्दाख की एक अग्रणी प्रदर्शन कला अकादमी, आर्ट ऑफ मोशन लद्दाख द्वारा नृत्य प्रदर्शन की भी मेजबानी करेगा। यह महोत्सव दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध स्मारकों में से एक रेजांग ला में समाप्त होगा, जहां भारतीय संगीतकार जोई बरुआ और उनका बैंड गलवान के शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे। --आईएएनएस एसएस/एएनएम

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in