काहिरा, हि.स.। मिस्र के राष्ट्रपति के रूप में अब्देल फतह अल-सीसी ने बंपर 89.6 फीसदी वोट के साथ देश की सत्ता पर तीसरी बार काबिज हुए हैं। नेशनल इलेक्शन अथारिटी ने सोमवार को यह जानकारी दी। लगातार तीसरी जीत के साथ अगले 6 वर्ष तक देश की सत्ता में रहेंगे।
विपक्षी दल की तरफ से गंभीर चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा
राष्ट्रपति अल-सीसी को चुनाव में आसान जीत के कारण किसी भी विपक्षी दल की तरफ से गंभीर चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा। मिस्र की धीमी अर्थव्यवस्था को लेकर लोगों में नाराजगी थी। लेकिन गाजा में लड़ाई छिड़ जाने से राष्ट्रपति को इससे निपटने में सफलता मिली। कुछ मतदाताओं ने स्पष्ट कहा कि गाजा के संघर्ष ने उन्हें राष्ट्रपति अल-सीसी को फिर से वोट देने के लिए प्रेरित किया। इससे हिंसा प्रभावित क्षेत्र में देश की स्थिरता को बल मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
इधर, मिस्र के राष्ट्रपति की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार इस पद के लिए चुने जाने पर बधाई दी है। उन्होंने अपने कहा, राष्ट्रपति चुनाव में जीत पर महामहिम अब्देल फतह अल-सिसी को हार्दिक बधाई। भारत-मिस्र रणनीतिक साझेदारी को और गहरा करने के लिए आपके साथ काम करने को उत्सुक हूं।
2014 में पहली बार लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित हुए
मिस्र में 10-12 दिसंबर को हुए चुनाव में 66.8 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2018 के पिछले चुनाव से 41 प्रतिशत से काफी अधिक है। अल-सीसी के मुकाबले 3 अन्य उम्मीदवारों में कोई भी हाई प्रोफाइल नहीं था। अल-सीसी सेना के पूर्व जनरल हैं। वह 2014 में पहली बार लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित हुए थे। उसके बाद 2018 में चुनाव जीता था। 2019 में संविधान संशोधन के जरिये राष्ट्रपति के कार्यकाल को चार वर्ष से बढ़ाकर छह वर्ष कर दिया गया था।
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