
मोतिहारी, एजेंसी। पूर्वी चंपारण जिले में कथित रूप से जहरीली शराब के सेवन से मरने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है।कल (सोमवार) आठ और लोगों के दम तोड़ देने से यह आंकड़ा 40 हो गया। जिला प्रशासन ने 26 लोगों की मौत होने की बात स्वीकार की है।फिलहाल 25 से ज्यादा लोग जीवन और मौत के बीच जंग लड़ रहे हैं। इस बीच पुलिस ने 128 लोगों को गिरफ्तार किया है।
1729.53 लीटर देशी एवं 49.855 लीटर विदेशी शराब बरामद
बताते चले कि मरने वालो में अब तक 9 लोगो का पोस्टमार्टम हो सका है।जिला प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि कई शव को बिना सूचना दाह संस्कार कर दिया गया। वही पुलिस कार्रवाई की बात की जाय तो एसपी कान्तेश कुमार मिश्र ने पांच थानेदार,दो एलटीएफ प्रभारी व नौ चौकीदारों को निलम्बित करते हुए लगातार विशेष अभियान चलाकर 178 शराब कारोबारी को गिरफ्तार किया है। इस दौरान 1729.53 लीटर देशी एवं 49.855 लीटर विदेशी शराब बरामद करने के साथ ही कुल 2200 लीटर अर्द्धनिर्मित पास (अर्द्ध निर्मित शराब) विनष्ट किया गया है।जिला पुलिस द्धारा जारी प्रेस नोट में बताया गया है,कि डीआईजी मधनिषेध मानवजीत सिंह ढिल्लो व डीआईजी चंपारण रेंज जयंत कान्त ने इस पूरी घटना की समीक्षा के बाद अनुसंधान की दिशा में संबंधित अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं अंचल पुलिस निरीक्षक को कई आवश्यक निर्देश दिये है।इस बीच इस पूरी घटना और मौत को लेकर राजनैतिक गहमागहमी भी बढी है।
मुआवजा देने की घोषणा पर सवाल खड़े
प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा,भाजपा नेता सांसद डॉ.संजय जायसवाल,जाप नेता पप्पू यादव,पूर्व केन्द्रीय मंत्री राधामोहन सिंह,लोजपा नेता राजू तिवारी समेत कई नेताओं ने पीड़ित क्षेत्रो का दौरा करने के बाद लगातार तीखे बयान दिये जा रहे है,साथ ही सीएम नीतीश कुमार द्धारा जहरीले शराब से मरने पर मुआवजा देने की घोषणा पर सवाल खड़े करते कहा है,कि इस घटना में जब कई मृतको का पोस्टमार्टम ही नही हुआ तो पीड़ितों को मुआवजा कैसे मिलेगा