दुर्ग : न्यायालयीन अधिकारियों एवं कर्मचारियों का हुआ वेक्सीनेशन, 200 लोगों को लगा टीका
दुर्ग, 17 मई (हि. स.)। जिला विधिक सेवाप्राधिकरण द्वारा कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जिला न्यायालय के सभागार में न्यायालयीन अधिकारियों एवं कर्मचारियों का वेक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है। जिला न्यायालय दुर्ग में सोमवार को विशेष शिविर लगाकर 200 से अधिक न्यायिक अधिकारी, कर्मचारियों, पैरालीगल वालिन्टियर्स व उनके परिवार के सदस्यों को कोरोना टीका का पहला डोज लगाया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव के निर्देशन पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण दुर्ग के द्वारा विशेष शिविर का आयोजन किया गया। जिला टीकाकरण अधिकारी के द्वारा ऑनलाइन पंजीयन कर टीका लगाया जा रहा है। प्राधिकरण के सचिव राहूल शर्मा ने बताया कि न्यायाधीशगण, कर्मचारीगण व उनके परिवार के सदस्यों ने भी टीका लगवाया। सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी से उत्पन्न चुनौती और खतरे से निपटने के लिए भारत सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई जानकारी और सलाह को सावधानी व सही तरीके से पालन कर वायरस के स्थानीय प्रसार को रोका जा सकता है। मास्क लेते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि मास्क आपके साइज का हो यानी इस बात को समझ लें कि यह आपको सही से फिट हो जाए। कईं बार ऐसा हुआ है कि लोग मास्क तो ले लेते हैं लेकिन मास्क में पूरी तरह हवा आती जाती रहती है। ऐसे मास्क पहनने का कोई फायदा नहीं होगा। मास्क बनाते समय उन सामग्रियों का इस्तेमाल होना चाहिए जो हवा के छोटे से छोटे कणों को रोकने में सक्षम हो और सांस को बाहर छोड़ने के लिए एक बेहतर वेंटिलेशन भी प्रदान करे। ट्रिपल लेयर मास्क संक्रमण से बचने के लिए यह मास्क कुछ कारगर है लेकिन इससे भी 30 से 40 प्रतिशत तक ही बचाव हो पाता है। तीन लेयर होने की वजह से यह संक्रमण को कुछ हद तक रोकने में कामयाब रहता है। हिन्दुस्थान समाचार/अभय जवादे