धमतरी : बेमौसम बारिश अन्नदाताओं पर कहर बनकर टूटी, धान फसल पानी में डूबी

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धमतरी, 15 मई ( हि. स.)I रबी धान फसल लेने वाले अन्नदाताओं पर इस साल बेमौसम बारिश कहर बनकर टूटी है। रात में हुई भारी बारिश से खेतों में पानी भर गया है। खेत-खलिहान के गीला होने से कटाई-मिंजाई ठप है। इस साल बेमौसम बारिश से किसानों को भारी नुकसान होने की आशंका है। लेटलतीफी और नहर सिंचाई पानी से रबी सीजन में धान फसल लेने वाले किसान इस साल खराब मौसम और बेमौसम बारिश होने से सिर पीट रहे हैं। क्योंकि उनके खेतों में फसल तैयार होते ही तेज आंधी तूफान और बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। 14 मई की रात अक्ती के दिन तेज गर्जना, आंधी तूफान के साथ घंटों झमाझम बारिश हुई। बारिश से किसानों के धान फसल भीग गई। वहीं खड़ी फसल जमीन पर गिरने के साथ उसके ऊपर पानी भी भर गया है। इससे पहले भी हुई बारिश से कई किसानों के खेतों में भरा पानी अभी तक नहीं सूख पाया है और बारिश होने से अधिक पानी भर गया। लगातार पानी गिरने और धान पानी में भीगने और डूबने से अंकुरण होने लगा है। किसान रामजी साहू, घनश्याम, पुनारद राम, गंगाराम साहू ने बताया कि अधिक बारिश होने और धान भीगने से धान की बालियां काली पड़ने लगी हैं। समय पर कटाई व मिंजाई नहीं होने से धान अधिक सूख जाने की वजह से बालियां खेतों में ही झड़ने लगी हैं। वहीं कुछ किसानों के धान में अंकुरण आने लगा है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है। क्योंकि पानी पड़ने की वजह से काले हो चुके धान को मंडी में पर्याप्त भाव नहीं मिलता। किसानों को औने-पौने दाम पर बेचना पड़ता है, इससे किसानों को इस साल भारी नुकसान होने की आशंका है। कटाई-मिंजाई में पिछड़े किसान पखवाड़े भर से अंचल में खराब मौसम और बेमौसम बारिश का दौर जारी है। खेतों में धान फसल तैयार होने के बाद भी किसान लाकडाउन, खराब मौसम और बेमौसम बारिश के चलते कटाई मिंजाई नहीं कर पाए। इस साल अन्नदाता पिछड़ गए हैं। हार्वेस्टर, थ्रेसर, ट्रैक्टर ट्राली समेत अन्य वाहन अधिक बारिश के चलते खेतों तक नहीं जा पा रहे हैं। किसान धान फसल की कटाई के बाद फसल को खरही बनाकर रखे हुए हैं और आसमान खुलने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि कटाई-मिंजाई कर सके। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन

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