धमतरी:मौसम ने ली करवट, आसमान में छाए बादल, धान खरीद केंद्रों धान की सुरक्षा चुनौती
धमतरी,17 फरवरी ( हि. स.)। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण एक बार फिर से मौसम बिगड़ गया है। देश के कई क्षेत्रों में इसके कारण बारिश हो रही है। धमतरी जिले में भी इस बदले हुए मौसम का असर पड़ा है। मंगलवार शाम से अचानक मौसम बदल गया तेज हवाएं चलने लगी और इसके चलते तापमान में भी गिरावट हो गई। बुधवार सुबह भी मौसम का मिजाज बदला हुआ रहा। सुबह 11 बजे के बाद ही सूर्य देवता के दर्शन हुए। आसमान में बादल छाए रहने से जनजीवन प्रभावित हुआ। मौसम में अचानक बदलाव होने का व्यापक असर पड़ रहा है। सबसे ज्यादा प्रभाव धान खरीद केंद्रों पर देखा जा सकता है। धान की सुरक्षा को लेकर समिति प्रबंधक चिंतित हैं। जानकारी के अनुसार जिले के उपार्जन केंद्रों में मौजूदा समय में 17 लाख क्विंटल से अधिक धान खुले में पड़ा हुआ है। यदि अचानक बारिश हो जाती है तो धान के खराब होने का खतरा मंडरा रहा है। खराब मौसम और तेज धूप से सूखत का खतरा मंडरा रहा है। मंगलवार के बाद बुधवार को मौसम में कोई बदलाव नहीं होने के चलते जिले के धान खरीद केंद्रों में कई प्रबंधक खुले में रखे धान को तिरपाल से ढंकते हुए नजर आए। धान खरीद केंद्र रामपुर, खरेंगा, सोरम सहित अन्य केंद्रों में तिरपाल से धान को ढंका गया। मालूम हो कि धमतरी जिले के 89 उपार्जन केंद्रों में किसानों से समर्थन मूल्य पर 42 लाख 76480 क्विंटल धान की खरीदी दिसंबर व जनवरी माह में की गई है। अभी भी जिले के सभी 89 उपार्जन केंद्रों में 17 लाख 78190 क्विंटल धान शेड और जमीन पर पड़ा है। इसके चलते धान की सुरक्षा को लेकर समिति प्रबंधक चिंतित हैं। धान खरीद केंद्र खरेंगा के प्रबंधक बीआर साहू ने बताया कि धान की सुरक्षा को लेकर धान के रेक को तिरपाल से ढंका गया है। धान खरीद केंद्र रामपुर के प्रबंधक पवन कुमार साहू का कहना है कि धान का उठाव सही समय पर नहीं होने के कारण सुरक्षा व्यय बढ़ जाता है। बदलते हुए मौसम को देखते हुए धान की सुरक्षा को लेकर धान की रेक को तालपत्री से ढंका गया है। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन-hindusthansamachar.in