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धमतरी:जिले के किसानों को प्रथम किस्त की राशि जमा होने का बेसब्री से इंतजार

धमतरी, 20 मई ( हि. स.)।राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत जिले के 109174 किसानों के खाते में 21 मई को प्रथम किश्त की राशि 69 करोड़ 66 लाख 46000 रुपये जमा होंगे। राशि जमा होने का जिले भर के किसानों को बेसब्री से इंतजार है। योजना के तहत जिलेभर के 109174 किसानों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के प्रथम किश्त की राशि 21 मई को प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आरटीजीएस के माध्यम से किसानों के खाते में जमा करेंगे। सहकारिता विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रथम किश्त के तौर पर 109174 किसानों के खातों पर 69 करोड़ 66 लाख 46 हजार रुपये जमा किया जाएगा। इस योजना के तहत किसानों को चार किश्तों में अंतर की राशि कुल 223 करोड़ दी जाएगी। 21 मई की सुबह से समर्थन मूल्य पर धान बेचने वाले जिले के किसानों को उनके खाते में राशि जमा होने और मोबाइल पर एसएमएस आने का इंतजार रहेगा। अंतर की राशि में आई कमी उल्लेखनीय है कि पिछले साल जिले के एक लाख दो हजार 498 किसानों को इस योजना का लाभ मिला था, लेकिन इस साल किसानों की संख्या में वृद्धि होने के साथ किश्त की राशि में काफी कमी आई है। पिछले साल चार किश्तों में कुल 278 करोड़ 27 लाख 16 हजार रुपये किसानों के खातों में जमा किया गया था। जबकि इस साल 109174 किसानों को चार किश्तों में कुल 223 करोड़ की राशि दी जाएगी, जो पिछले साल से करीब 55 करोड़ कम है। खरीफ वर्ष 2020-21 में जिले के किसानों ने कुल 42 लाख 76520 क्विंटल धान बेचा है, जबकि पिछले साल किसानों ने इसके आसपास ही धान बेचा था। इसके बाद भी अंतर की राशि काफी कम हुई है। इसे लेकर किसानों में कई तरह की चर्चा है। कई कार्यों पर करेंगे खर्च किसान पुनारद राम साहू, हीरा सिंह, घनश्याम राम, कोमल राम, मनहरण साहू आदि ने बताया कि राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत मिलने वाली प्रथम किश्त की राशि उनके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। क्योंकि लाकडाउन व कोरोना संकट काल में किसान आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। मंडी बंद होने से रबी सीजन के उत्पादित धान को अधिकांश किसान अब तक नहीं बेच पाए हैं। ऐसे में कटाई व मिंजाई, धान कटाई के मजदूरी का भुगतान नहीं कर पाए हैं। कई किसान कर्ज में है।लेकिन इस राशि से वे इस साल खरीफ वर्ष की खेती किसानी, घरेलू खर्च, कटाई-मिंजाई के कर्ज को देंगे।अन्य कार्यों में भी खर्च करेंगे। इस राशि से किसानों को काफी राहत मिलेगी। इसके बाद वे रबी धान को मंडी खुलने व अच्छा दाम आने पर बेचेंगे। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन

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