धमतरी 15 अप्रैल (हि.स.)। कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी जयप्रकाश मौर्य ने प्रत्येक ग्राम पंचायत में कोविड के धनात्मक मरीजों को अन्य लोगों के संपर्क में नहीं आने देने के लिए पृथक् से एकांतवास केन्द्र (आइसोलेशन सेंटर) स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत जिले की प्रत्येक ग्राम पंचायत में स्थित स्कूल को आइसोलेशन सेंटर बनाकर गांव के धनात्मक मरीजों को वहां शिफ्ट कराने के निर्देश दिए हैं। इसी तारतम्य में अनुविभागीय दंडाधिकारी धमतरी के द्वारा अनुभाग के 110 ग्रामों में आइसोलेशन सेंटर स्थापित कर धनात्मक मरीजों को रखने के लिए आदेश जारी किया गया है। आइसोलेशन सेंटर में रह रहे लोगों को अपना भोजन एवं बिस्तर की व्यवस्था स्वयं करनी होगी। उनके परिवार वाले कोविड-19 प्रोटोकाल का ध्यान में रखते हुए भोजन उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए अमित दुबे जनपद पंचायत सीईओ को नोडल अधिकारी तथा बीईओ डीआर गजेन्द्र को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जबकि प्रत्येक आइसोलेशन सेंटर का नोडल अधिकारी उस हल्के का पटवारी होगा व सहायक नोडल उस ग्राम पंचायत का सचिव होगा। 94 सर्विलेंस टीम बनाई गई- इसके अलावा कलेक्टर के आदेशानुसार कोरोना वायरस के मरीजों की पहचान करने तथा समान लक्षण वाले व्यक्तियों की पहचान करने के लिए जनपद पंचायत धमतरी की सभी ग्राम पंचायतों में 94 सर्विलेंस टीम गठित की गई है। कोविड-19 पाजिटिव मरीज के संपर्क में आए लोगों की ट्रेसिंग एवं कोरोना के समान लक्षण वाले लोगों की सर्विलेंस उक्त टीमों के द्वारा की जाएगी। सर्विलेंस टीम में शिक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल रहेंगे। ड्यूटी में लगाए गए कर्मचारियों- शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन बीएमओ डा वंदना व्यास के मार्गदर्शन में कार्य करेंगे। डा व्यास को सर्विलेंस टीम की नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन