dhamtari-corona-positive-case-decreased-in-villages-of-vananchal
dhamtari-corona-positive-case-decreased-in-villages-of-vananchal

धमतरी : वनांचल के गांवों में भी कोरोना पाॅजिटिव केस में आई कमी

धमतरी, 27 मई ( हि. स.)। कोरोना कोविड-19 वायरस का संक्रमण शहर से होता हुआ गांवों में तेजी से फैल गया था। दूसरी लहर में देखा गया कि स्वास्थ विभाग की चिंता उस समय बढ़ गई थी जब वनांचल के गांवों में भी कोरोना ने पैर पसार लिया है। वनांचल के ग्रामीणों का शहरी क्षेत्र से संपर्क कम होता है, इसलिए यह मानकर चला जा रहा था कि वनांचल में केस कम होगा। पर यहां कोरोना तेजी से फैला तो स्वास्थ्य विभाग की सांसे फूल गई। यह इसलिए कि अंतिम छोर पर बसे कई गांवों में स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। कुछ गांव तो ऐसे हैं, जहां पहुंच मार्ग तक नहीं है। वनांचल के गांवों से स्वास्थ्य केंद्रों की दूरी अधिक होने के कारण लोग जांच व उपचार के लिए आने से कतराते हैं। इस स्थिति को देखते हुए वनांचल में कोरोना से जंग आसान नहीं मानी जा रही थी पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सांकरा के कर्मचारियों ने कमान सम्हाली और ग्रामीणों को जागरूक करने के साथ निरंतर जांच व उपचार की सुविधाएं उपलब्ध कराई तथा अधिकारी लगातार निरीक्षण करते रहे जिसका असर है कि अब वनांचल के गांवों में अब केस कम हो गए जिससे बड़ी राहत मिली है। अप्रैल माह की स्थिति में जिन गांवों में में केस ज्यादा सामने आए सेमरा, सांकरा, हींछापुर, रानीगांव, मोदे, सारंगपुरी, ऊमरगांव, खम्हरिया, भोथली, फरसिया, छिपली, अमाली आदि शामिल हैं। वेलनेस सेंटर से मिली संजीवनी कोरोना केस बढ़ने के समय नगरी क्षेत्र के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर सांकरा संजीवनी की तरह साबित हुए। एक सेंटर के अंतर्गत 56 वनांचल गांव आते हैं। इस सेंटर पर 13 उप स्वास्थ्य केंद्र है। केंद्र के जरिए 42 हजार 211 की आबादी को कवर किया जाता है। अब तक पांच हजार 543 लोगों की कोरोना जांच की गई जिसमें 1243 लोग पाजिटिव मिले। इस सेंटर की बड़ी उपलब्धि रही कि कुल पाजिटिव में 1229 लोग होम आइसोलेशन में रह कर ठीक हो गए। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी सांकरा आरएमए डा किशोर साहू लगातार पाजिटिव मरीजों से मोबाइल में संपर्क करते रहे। मरीजों के घर जाकर इलाज करते हैं। आवश्यक सलाह मरीजों के लिए राहत देने वाली साबित हुई। खंड चिकित्सा प्रभारी डा डीआर ठाकुर के मार्गदर्शन में पीएससी प्रभारी डा किशोर साहू, आरएमए संजय साहू, यतीन्द्र साहू, स्टाफ विजय शंकर धुर्व, कमलेश्वरी साहू, शारदा ठाकुर, गुलाब साहू, गौतम कश्यप, इंदुमती, यजुवेंद्र सोम, धमेश्वरी ने टीम भावना से काम किया जिसका बेहतर परिणाम सामने आया है। सांकरा सेंटर के कर्मचारियों ने मरीजों की बीपी, शुगर, आक्सीजन की जांच की। तथा होम आइसोलेट मरीजों की सतत मानिटरिंग की गई। मितानिनों के माध्यम से लक्षण वाले मरीजों की किट वितरण किया जा रहा है। खुद बीमारी से पीड़ित पर निभाई डियूटी वनांचल के गांवों में कोरोना पर जल्द नियंत्रण पा लिया गया। इसका सबसे बड़ा कारण स्वाथ्य कर्मचारियों के जज्बे को माना जा रहा है। सांकरा वेलनेस सेंटर के गौतम कश्यप डेढ़ साल से कोविड जांच कर रहे हैं। वे स्वंय एक गंभीर बीमारी से पीड़ित है तथा शुगर के खतरे को नजरअंदाज कर अपनी डियूटी निभा रहे हैं। टीकाकरण में लगी कमलेश्वरी साहू एक भी छुट्टियां लिए बिना कार्य कर रही हैं। सांकरा सेंटर में 45 वर्ष से ऊपर वाले 9710 तथा 18 वर्ष से ऊपर वाले 950 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। सरपंच, सचिव व पंचों ने दिखाई सक्रियता ग्राम पंचायत सांकरा के द्वारा गांव में कोविड जांच सेंटर व टीकाकरण के लिये पक्का शेड निर्माण किया जा रहा है। शेड निर्माण से ग्रामीणों को काफी राहत मिलेगी। हिन्दुस्थान समाचार / रोशन

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in