
नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात के लिए समय मांगा है। केंद्र सरकार की तरफ से सरकारी कर्मचारियों की ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर लाए गए अध्यादेश के खिलाफ इन दिनों केजरीवाल विपक्षी दलों से समर्थन जुटा रहे हैं। इससे पहले टीएमसी (TMC)), एनसीपी और शिवसेना से अरविंद केजरीवाल ने मुलाकात की थी।
क्या है केजरीवाल की रणनीति?
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि अगर सभी गैर-बीजेपी दल एक साथ आ जाते हैं तो दिल्ली में ट्रांसफर-पोस्टिंग से संबंधित केंद्र सरकार के अध्यादेश पर राज्यसभा में लाए जाने वाले विधेयक को पारित होने से रोका जा सकता है। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल NCP के प्रमुख शरद पवार से मिलने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे। शरद पवार ने अध्यादेश के खिलाफ ‘आप’ को समर्थन देने का आश्वासन दिया है।
केजरीवाल का भाजपा पर हमला
इससे पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़ा केंद्र का अध्यादेश इस बात का सबूत है कि मोदी सरकार का सुप्रीम कोर्ट में भरोसा नहीं है। मुंबई में शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात के बाद केजरीवाल ने कहा था कि सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग कर भाजपा राज्य सरकारों को गिरा रही है।
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