नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। Manipur Violence: मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाने की घटना पर देश भर में आक्रोश है। इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इनमें से एक पीड़ित महिला के पति इंडियन अर्मी में थे। बता दें कि वह असम रेजिमेंट में सूबेदार के पद पर थे। पत्नी के साथ हुई हैवानियत के बाद वह टूट चुके हैं। उन्होंने इस घटना को लेकर मीडिया से बात की।
‘देश की रक्षा की लेकिन पत्नी की नहीं कर सका’
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक घटना को लेकर स्थानीय मीडिया से बात करते हुए उनका दर्द छलक आया। उन्होंने घटना पर अफसोस जताते हुए कहा, 'मैंने कारगिल युद्ध में देश के लिए लड़ाई लड़ी और भारतीय शांति सेना के हिस्से के रूप में श्रीलंका में भी था। मैंने देश की रक्षा की, लेकिन मुझे दुख है कि मैं अपनी पत्नी और साथी ग्रामीणों की रक्षा नहीं कर सका।'
दोषियों के सजा की मांग
उन्होंने मीडिया से कहा कि “4 मई की सुबह एक भीड़ ने इलाके के कई घरों को जला दिया, दोनों महिलाओं को निर्वस्त्र कर दिया और उन्हें लोगों के सामने गांव की सड़क पर पर चलने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब यह सब कुछ हो रहा था तब पुलिस मौजूद थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने मांग की मैं चाहता हूं कि उन सभी लोगों को कड़ी सजा मिले, जिन्होंने घर जलाए और महिलाओं को अपमानित किया।"