सोहनपाल हत्याकांड में दो बेटों और पुत्रवधू के खिलाफ मुकदमा दर्ज
बागपत, 21 सितम्बर (हि.स.)। जिले के बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के ककौर खुर्द से लापता सोहनपाल की हत्या की बात सोमवार को सामने आई है। हालांकि अभी शव पुलिस को नहीं मिला है। सोहनपाल के भाई का आरोप है कि उसके भतीजों ने ही उसके भाई यानी अपने पिता को मौत की नींद सुला दिया। घटना में धर्मेंद्र की पत्नी ने भी साथ दिया है। पुलिस ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तीनों आरोपितों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। ककौर खुर्द निवासी जगपाल ने थाने पर मुकदमा दर्ज कराया कि 18 सितम्बर की रात 12 बजे वह अपने मकान की छत पर भतीजे धर्मेंद्र के छोटे बेटे के साथ सो रहा था। बच्चे के रोने की आवाज पर उसकी आंख खुल गई तो नीचे उसके भतीजे धर्मेंद्र व पंकज की आवाज भी सुनाई दी। वह नीचे पहुंचा तो कमरे में उसका भतीजा धर्मेंद्र, पंकज और धर्मेंद्र की पत्नी ललिता खड़े थे तथा उसका भाई सोहनपाल जमीन पर मरा पड़ा था। उसने अपने भाई की हत्या का कारण पूछा तो पंकज ने उसके साथ मारपीट कर दी, जिसके बाद वह वापस छत पर चला गया। कुछ ही देर बाद उसके दोनों भतीजे छत पर आए और कहने लगे कि उन्होंने अपने पिता की हत्या कर दी। अब शव को ठिकाने लगाना है अन्यथा पुलिस पकड़ लेगी। यदि उसने शव को ठिकाने लगाने में उनका साथ नहीं दिया तो वह उसकी भी हत्या कर देंगे। वह डर के मारे नीचे उतर आया। धमेंद्र, पंकज और ललिता ने सोहनपाल के शव को ट्रैक्टर में डाल दिया। वह चारों ट्रैक्टर से शव को ककौर कला गांव के टीले के पास वाले रास्ते से यमुना घाट पर गए और वहां पंकज, धर्मेंद्र और ललिता ने उसके भाई के शव को यमुना में फेंक दिया। वह डर के कारण ट्रैक्टर पर ही बैठा था। इसी दौरान वह मौका पाकर भाग निकला। एसएसआइ नरेश कुमार ने बताया कि लापता सोहनपाल की हत्या का मुकदमा उसके ही भाई जगपाल ने दर्ज कराया है, जिसमें सोहनपाल के बेटे धर्मेंद्र, पंकज और धर्मेंद्र की पत्नी ललिता को आरोपित बनाया है। शव को यमुना में तलाशा जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/ गौरव साहनी-hindusthansamachar.in