संजीत अपरहण व हत्याकांड : रिमांड पर लिए गये अभियुक्तों से शव को लेकर सख्ती से हो रही पूछताछ
संजीत अपरहण व हत्याकांड : रिमांड पर लिए गये अभियुक्तों से शव को लेकर सख्ती से हो रही पूछताछ

संजीत अपरहण व हत्याकांड : रिमांड पर लिए गये अभियुक्तों से शव को लेकर सख्ती से हो रही पूछताछ

- छह दिन में पीएसी और गोताखोरों ने 58 किमी पाण्डु नदी में खोजा शव - पुलिस को आशंका कि अभियुक्त शव को लेकर कर रहे गुमराह कानपुर, 29 जुलाई (हि. स.)। बर्रा के पैथालॉजी कर्मी संजीत यादव अपहरण व हत्याकांड का पुलिस ने भले ही खुलासा कर दिया हो पर उसका शव न मिलना पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है। पुलिस ने हत्याभियुक्तों के मुताबिक पीएसी के मोटरबोट और गोताखोरों की मदद से पाण्डु नदी में 58 किमी तक शव को खोजा पर नहीं मिल सका। ऐसे में अब पुलिस को आशंका है कि हत्याभियुक्त शव को लेकर गुमराह कर रहे हैं और बुधवार को तीन अभियुक्तों को रिमांड में लेकर बर्रा थाने में पूछताछ की जा रही है। यह भी बताया जा रहा है कि पुलिस घटनास्थल रतनलाल नगर के उस घर पर अभियुक्तों को ले जाएगी जहां पर संजीत की हत्या की गयी थी। बहरहाल पुलिस के हाथ अभी खाली है और शव को लेकर बराबर दबाव बनता जा रहा है। बर्रा थाना क्षेत्र के बर्रा 5 एलआईजी निवासी चमन यादव के पैथालॉजी कर्मी 27 वर्षीय बेटे संजीत यादव को 22 को दोस्तों ने अपहरण कर लिया था। हत्याभियुक्तों के मुताबिक 26 जून को संजीत की गला घोटकर हत्या कर दी गयी। पुलिस ने घटना के 31 दिन बाद 23 जुलाई को घटना का अनावरण किया था और पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। अभियुक्तों ने पुलिस पूछताछ में बताया था कि शव को पाण्डु नदी में फेक दिया गया था। यही नहीं अभियुक्तों ने संजीत की हत्या के बाद परिजनों से 30 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी थी, जिसमें पुलिस की भी भूमिका संदिग्ध रही और एसपी साउथ समेत 11 पुलिस कर्मी निलंबित भी हो चुके हैं और कप्तान का भी तबादला हो गया। नये कप्तान डा. प्रीतिंदर सिंह घटना की निष्पक्ष जांच के लिए बराबर प्रयासरत है और पाण्डु नदी में शव को बराबर खोजा जा रहा है। छह दिन से गोताखोर और पुलिस मोटरबोट शव को गंगा के मुहाने तक यानी 58 किलोमीटर तक खोजा गया पर शव नहीं मिल सका। इस दौरान तमाम जानवरों के शव भी मिले पर संजीत का कोई अता पता नहीं चल सका। ऐसे में अब पुलिस को पूरी तरह से आशंका है कि अभियुक्त शव को लेकर गुमराह कर रहे हैं और इसी के चलते तीन अभियुक्तों को बुधवार को रिमांड पर लिया गया। तीनों को बर्रा थाने ले जाया गया और शव को लेकर कड़ी पूछताछ की जा रही है। तीनों से अलग-अलग पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम पूछताछ कर रही है। माना जा रहा है कि पूछताछ में अपहर्ताओं ने सच बताने में हीलाहवाली की तो जरूरत पड़ने पर नार्को टेस्ट भी कराया जा सकता है। इन सवालों पर है पुलिस का फोकस अस्प्ताल लेकर जाने वाला मोबाइल फोन और बैग कहां है, संजीत का शव पांडु नदी में फेंका गया या कहीं और, सचेंडी के मोबाइल शॉप संचालक से सिमकार्ड खरीदने नीलू के साथ कौन गया था, रतनलाल नगर स्थित किराये के मकान में पति-पत्नी बनकर कौन रुका था, संजीत के पिता ने 30 लाख रुपये की फिरौती से भरा जो बैग फेंका था, वह कहां है? 48 घंटे की रिमांड पर होगी कड़ी पूछताछ रिमांड पर लिए गये अभियुक्तों से अभी थाना में पूछताछ हो रही है, पुलिस अभियुक्तों को 48 घंटे के लिए रिमांड पर लिया गया है। बताया जा रहा है कि तीनों आरोपितों को रतनलाल नगर स्थित घर ले जाकर छानबीन करने के साथ ही आरोपितों की मौजूदगी में क्राइम सीन दोहराया जा सकता है। बताते चलें कि रतनलाल नगर के मकान में ही संजीत को रखा गया था और यहीं पर उसकी हत्या की गयी थी। परिजनों ने दी आत्मदाह की धमकी संजीत की बहन रुचि और पिता चमनलाल ने कहा कि पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं। पिता ने कहा कि मेरा बेटा तो सामने लाओ। पिता के साथ बहन रुचि ने कहा कि मामले में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। न्याय नहीं मिला तो पूरा परिवार आत्मदाह कर लेगा। हिन्दुस्थान समाचार / अजय / मोहित-hindusthansamachar.in

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