गैस एजेंसी मालिक को धमकी दे मांगी थी 10 लाख की फिरौती,गिरफ्तार

गैस एजेंसी मालिक को धमकी दे मांगी थी 10 लाख की फिरौती,गिरफ्तार

नई दिल्ली, 21 दिसम्बर (हि.स.)। दक्षिण जिले की ओखला पुलिस ने बाप और उसके दो बेटे को गैस एजेंसी के मालिक को हथियार के बल पर धमकी दे 10 लाख की फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपितों की पहचान हरवीर सिंह और उसके दो बेटे अनिल उर्फ ट्विंकल और दिनेश के रूप में हुई है। दक्षिण जिले जिले के डीसीपी आर पी मीणा ने बताया कि 23 अक्टूबर को ओखला स्थित गैस एजेंसी मालिक प्रहलाद सिंह की शिकायत पर आईपीसी की धारा 523/ 387/34 के तहत ओखला थाने में एक केस दर्ज किया गया था जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि हरबीर और उनके बेटे अनिल और दिनेश जो पलवल हरियाणा में अपराधी हैं और उनका उनके साथ दुश्मनी रखते है। 20 अक्टूबर को 10.50 बजे, उमेश और अनिल अपने साथियों के साथ स्कॉर्पियो कार में ओखला फेज -2 दिल्ली में अपनी गैस एजेंसी "सिटीजन एंटरप्राइजेज" में आए और अपने एक कर्मचारी दिनेश कुमार को पिस्तौल की नोंक पर कैद कर लिया। उन्होंने मुझे रुपये निकालने के लिए दिनेश कुमार को फोन करने के लिए मजबूर किया। अपने व्यवसाय को सुचारू रूप से और शांति से चलाने के एवज में 10 लाख की फिरौती मांगी थी। आरोपितों ने पीड़ित को एक वीडियो भेज कर भी धमकी दी थी। पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू की गई। अपराध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, एक समर्पित टीम जिसमें एसआई अजय कटवा, एसआई मनोज भास्कर, एसआई प्रतीक सक्सेना, एएसआई विकास सोलंकी, हेड कांस्टेबल विनीत तोमर और कॉन्स्टेबल विशाल मलिक की एसएचओ संतान सिंह के नेतृत्व में टीम बनाई गई। अपराधियों को पकड़ने जांच के दौरान आरोपी व्यक्तियों के घर पर कई छापे मारे गए। लेकिन वे फरार हो गए। उनके मोबाइल नंबर एकत्र किए गए थे और सभी संदिग्ध मोबाइल नंबरों के सीडीआर का विश्लेषण किया गया था और उन्हें अवरोधन पर रखने के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था। गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी के आधार पर,18 दिसंबर को बदरपुर सीमा से एक आरोपित अनिल उर्फ ट्विंकल को गिरफ्तार करने में सफल रही। लगातार पूछताछ के दौरान, आरोपित अनिल उर्फ ट्विंकल ने अन्य आरोपित व्यक्तियों के बारे में कोई सुराग नहीं बताया। हालांकि, टीम गुप्त सूचना के आधार पर अन्य आरोपितों हरबीर और दिनेश को होडल से गिरफ्तार करने में सफल रही। काम कराने के बाद पीड़ित ने नहीं दिए थे पैसे पूछताछ के दौरान आरोपित व्यक्तियों ने खुलासा किया कि वर्ष 2019 में, शिकायतकर्ता प्रहलाद ने उन्हें बताया कि उनके भाई राजेंदर उपद्रव पैदा कर रहे थे और कोशी कलां में अपने होटल पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। उसने उन्हें उक्त होटल से अपने भाई को बाहर निकालने में मदद के लिए कहा। प्रहलाद और उनके बीच दस लाख पर में एक सौदा तय हुआ। उनकी धमकी के डर के कारण, राजेंद्र द्वारा उक्त होटल को खाली कर दिया गया और पूरी तरह से कब्जा प्रह्लाद को सौंप दिया गया। उक्त होटल पर कब्जा करने के बाद, प्रहलाद ने अपने वादे से मुकर गया और पैसे भी नहीं दिया। इसके अलावा, शिकायतकर्ता प्रहलाद सिंह यूपी में अपनी शराब की दुकान से क्रेडिट आधार पर शराब भी लेता था। इसलिए, उनके कुल 16.5 लाख रुपये शिकायतकर्ता प्रह्लाद पर थे। तब 20 अक्टूबर को ट्विंकल, उमेश, लोकेश हरबीर और दिनेश दिल्ली के ओखला फेज -2 स्थित प्रहलाद सिंह की गैस एजेंसी पहुंचे, जहां प्रहलाद नहीं थे। उमेश ने अपने कर्मचारी के मोबाइल फोन के माध्यम से शिकायतकर्ता प्रहलाद से बात की और उसे पैसे देने के लिए कहा, लेकिन वह पैसे देने के लिए अनिच्छुक था। इस पर उमेश ने उसे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। अन्य आरोपित उमेश और लोकेश की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। जांच जारी है। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी-hindusthansamachar.in

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