खाते में रूपए डालने के बहाने क्यूआर कोड करवाया स्कैन: 1.29 लाख की चपत

खाते में रूपए डालने के बहाने क्यूआर कोड करवाया स्कैन: 1.29 लाख की चपत

जोधपुर, 06 नवम्बर (हि.स.)। शहर के तनावड़ा फांटा में फर्नीचरी का कार्य करने वाले एक शख्स को किसी ने रिश्तेदार के खाते में रूपए डलवाने की बात की। फिर उससे खाता संबंधी जानकारी लेने के साथ ही क्यूआर कोड भेजा गया। शातिर ने पीडि़त के खाते में पहले 39 हजार रूपए डाले। मगर बाद में झांसा दिया और 1.29 लाख रूपयों की चपत लगा दी। पीडि़त ने बासनी थाने में केस दर्ज करवाया है। पुलिस ने धोखाधड़ी एवं आईटी एक्ट में केस दर्ज किया है। बासनी थानाधिकारी दिलीप खदाव ने बताया कि मूलत: माडपुरा बरवाला हाल तनावड़ा फांटा स्थित आरा फर्नीचर डिजाइन के मालिक जगदीश पुत्र घमंडाराम जाट ने रिपोर्ट दी। इसमें बताया कि 5 नवंबर को उसके पास किसी शख्स का फोन आया और कहा कि वह उसके रिश्तेदार मौसी के बेटे भाई के खाते में ऑनलाइन रूपए डालने है, मगर वे जा नहीं रहे है। इस पर शातिर ने जगदीश से उसके खाते की जानकारी मांगी। तब जगदीश के खाते में पहले शातिर ने 39 हजार 999 रूपए डाले। फिर कहा कि ये रूपए भी नहीं गए है और दूसरे खाते की जानकारी दो। इस पर अन्य खाते की जानकारी ली फिर शातिर ने एक क्यूआर कोड भेजा और कहा कि इसे स्कैन कर लो। क्यूआर कोड स्कैन होते ही जगदीश के खाते से तीन चार बार ट्रांजेक्शन होता गया और 1.29 लाख पार हो गए। इस बीच जगदीश ने शातिर से कहा कि उसके खाते से रूपए निकल रहे है तो शातिर ने कहा कि वो रूपए तो उसके खुद के खाते से जा रहे है और आप निश्ंिचत रहो। बाद में शातिर का फोन आया। पीडि़त जगदीश बासनी थाने पहुंचा और केस दर्ज करवाया। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/ ईश्वर-hindusthansamachar.in

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