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मृत भाई के नाम से नौकरी की, 22 साल बाद अनपढ़ विधवा को पता चला

जोधपुर, 07 जून (हि.स.)। जलदाय विभाग के बालोतरा खंड के उपकरण पचपदरा में एक व्यक्ति की मौत के बाद उसके छोटे भाई द्वारा नौकरी करने का फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिस व्यक्ति के नाम से नौकरी की जा रही है उसकी विधवा को इस बात की जब भनक लगी तो उसने सोमवार को अतिरिक्त संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर तुरंत कार्रवाई की मांग की। साथ ही खुद के लिए आश्रित नौकरी की मांग की। इस मौके पर प्रदेश जलदाय कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारी भी मौजूद थे। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष रामदयाल परिहार ने बताया कि मृतक कर्मचारी सुगनाराम की विधवा कुकी ने अवगत कराया कि उसके पति स्व. सुगनाराम जलदाय विभाग उपखंड पचपदरा में नौकरी करते थे। जिनका 20 दिसम्बर 1999 को सेवा में रहते निधन हो गया था। राज्य सरकार नियमानुसार राजकीय सेवक की मृत्यु होने पर उसके आश्रित को अनुकम्पा नियुक्ति का प्रावधान है। अनपढ व ग्रामीण परिवेश के निवासी होने के कारण उन्हें इस प्रकार के नियम कायदे पता ही नहीं था। जिसका फायदा मृतक सुगनाराम के भाई मिसाराम ने उठाया। उसने पचपदरा में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों की मिलीभगत से सुगनाराम बनकर आज तक राजकीय सेवा में है। इसके लिए एक बार विधवा कुकी द्वारा पत्र व्यवहार कर विभाग में जानकारी चाही गई, परन्तु उसे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया था। प्रार्थीया द्वारा अपने पति के मृत्यु के दस्तावेज के रूप में मृत्यु प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज दिए गए। साथ ही आरोप लगाया कि उसका देवर मीसाराम सरकारी तंत्र में छेड़छाड़ कर जलदाय विभाग से सेवानिवृति लेकर अन्य परिलाभ लेने की फिराक में है। जलदाय विभाग के संगठन ने मांग की है कि प्रार्थीया द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों के आधार पर पूरे प्रकरण की जांच करवाकर एक गरीब विधवा महिला को न्याय दिलाया जाए। साथ ही इस तरह सरकारी तंत्र के साथ छेड़छाड़ करने वाले मास्टरमाइंड व्यक्ति तथा उसका सहयोग करने वाले समस्त अधिकारियों एंव कर्मचारियों के विरुद्ध आवश्यक कार्यवाही की जाए। हिन्दुस्थान समाचार/ सतीश/ ईश्वर

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