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रूपेश हत्याकांड का कारण बना रोडरेज, अचंभित करने वाले खुलासे, हत्यारे ने कबूली हत्या की बात

पटना,3 फरवरी(हि.स.)। पटना एयरपोर्ट पर इंडिगो हेड रूपेश कुमार सिंह हत्या मामले का 22 दिन बाद पुलिस ने खुलासा किया। पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बुधवार को इस बात की पुष्टि प्रेस-वार्ता कर की। रोडरेज की घटना के लगभग दो महीने बाद चार दोस्तों ने मिलकर रूपेश को उनके घर के पास ही मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गए। आरोपी ऋतुराज के पिता ईंट भट्ठा के मालिक हैं। आरोपी ने कबूल किया है कि रूपेश की एमजे हेक्टर गाड़ी के साथ एयरपोर्ट रोड में हुई रोडरेज की घटना के कारण उसकी हत्या की गई दी। एसएसपी ने बताया कि 12 जनवरी की शाम 7 बजे इंडिगो हेड रूपेश कुमार सिंह की हत्या की गई थी। इस मामले में सैकड़ों लोगों से पूछताछ की गई। एसएसपी ने बताया कि अपराधियों ने रूपेश सिंह की हत्या के लिए चार अटेम्पट किया था। 12 जनवरी की शाम घटना को अंजाम देकर चारो अपराधी दानापुर पहुंच गए। पटना में रूपेश की हत्या करने से पहले शूटर्स ने काफी दिनों तक रेकी भी की थी। घटना को अंजाम देने के बाद उन चारों में से एक अपराधी सगुना मोड़ पर उतर गया। इसके बाद अन्य तीनों अपराधी बाईक लेकर चले गये। रितुराज वहां ऑटो पकड़कर वापस अपने आवास पहुंच गया। पहली जानकारी आई कि 2 बाईक पर चार लोग सवार थे। सीसीटीवी फुटेज में 4 अपराधी दिखे, जिसे ट्रैक किया। ट्रैकिंग में स्थानीय लोगों का सहयोग मिला और सीटीटीवी फुटेज खंगाला गया। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि अपराधी पुनाईचक से गोली मारकर आर ब्लॉक-दीघा रोड पर चढ़े थे और इंद्रपुरी-महेशनगर से बेली रोड होते हुए रूकनपुरा पुल पार कर गए। इसके बाद वे लोग गायब हो गए। घटना के बारे में बताया जाता है कि 12 जनवरी को दिन के तीन बजे से अपराधी घटना को अंजाम देने के लिए उस इलाके में बने हुए थे और घटना को अंजाम देने तक वहीं आसपास थे। पुनाईचक राजवंशी नगर मंदिर के पास उस दिन 2 बजकर 58 मिनट पर अपराधी वहां देखे गए थे, जो चाय की दुकान पर चाय पी रहे थे। घटना के दिन दोपहर के डेढ़ बजे से उस शख्स का मोबाइल बंद है। 2:30 बजे घटना के लिए चला फिर उसके बाद मोबाइल रातभर बंद मिला। घटना के एक दिन बाद 13 जनवरी को दोपहर 2:30 बजे मोबाइल थोड़ी देर के लिए ऑन हुआ, जिसका लोकेशन रांची में शो किया। इस पूरी घटना पर गौर करने से स्पष्ट हो गया कि रुपेश हत्याकांड में यही अपराधी शामिल है। एसएसपी उपेन्द्र शर्मा ने बताया कि रुपेश सिंह की हत्या करने से पहले अपराधियों ने चार बार प्रयास किये, लेकिन प्रयास असफल हो जा रहा था। एक बार राजवंशी नगर मंदिर के पास प्रयास किया था। पूछताछ में उसने बताया कि घटना के दिन भी अगर थोड़ी देर हो जाती तो मिशन फेल हो जाता। घटना को अंजाम देने वाले अपराधियों को यह नहीं पता था कि जिसकी हत्या करने वाले हैं वो कौन है। हत्या के अगले दिन अखबारों में खबर पढ़कर उसका प्रोफाईल जान पाया। अपराधी ने पूछताछ में बताया कि लोजपा कार्यालय के पास रोडरेज की घटना हुई थी। उसी वजह से इसने रूपेश सिंह की हत्या कर दी। गिरफ्तार अपराधी राजस्थान से पढ़ाई कर चुका ऋतुराज गाड़ियों का शौकीन है, जिसे पटना के आर.के. नगर से अरेस्ट किया गया। अपराधी धनरूआ का रहने वाला है, जो वर्तमान में आदर्शनगर रोड नंबर-2 में रहता है। पुलिस ने उसके पास से घटना में प्रयुक्त बाइक, हथियार सहित अन्य सबूत बरामद किया है। हत्या में शामिल अन्य तीन आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द करने का पुलिस दावा कर रही है। पटना एयरपोर्ट के इंडिगो के मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की उनके अपार्टमेंट के पास ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हिन्दुस्थान समाचार/मुरली/चंदा-hindusthansamachar.in

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