गुरुग्राम, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। हरियाणा के मानेसर में 26 अप्रैल को आग लगने की घटना पर राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने स्वत: संज्ञान लिया है। इसी क्रम में एनजीटी की टीम ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा किया। एनजीटी अध्यक्ष आदर्श कुमार गोयल और पूर्व जज प्रीतम पाल की अगुवाई में गठित यह टीम सेक्टर 6 स्थित घटनास्थल पर पहुंची। आग लगने से एक 48 साल की महिला की मौत हो गई थी और तीन अन्य घायल हो गये थे। इस टीम के साथ जिला प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी थे, जिन्होंने एनजीटी अध्यक्ष को घटना की जानकारी दी और अब तक की गई कार्रवाई की रिपोर्ट उन्हें सौंपी। मानेसर के डीसीपी मनवीर सिंह ने टीम को बताया कि 26 अप्रैल को रात दस बजे आग लगने की घटना हुई थी। इस घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौके पर पहुंच गई थी। पुलिस ने दमकलकर्मियों के साथ मिलकर आग पर काबू पाने की भी कोशिश की थी। डीसीपी ने बताया कि इस हादसे में घायल हुये तीनों व्यक्यिों को उपचार अलग-अलग अस्पतालों में हो रहा है। उनके बयान रिकॉर्ड कर लिये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस हादसे में जिस महिला की मौत हुई, संभवत: वह खाना बनाने के बाद सो गई थी। उसने शायद आग लगी छोड़ दी थी और उसी से यह हादसा हुआ। डीसीपी ने कहा कि तूफान के कारण आग जल्द ही पूरी झुग्गी बस्ती में फैल गई। महिला का जला हुआ शव अगली सुबह बरामद किया जा सका। शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि आग के फैलने से 250 से 300 झुग्गी झोपड़ियां जलकर खाक में मिल गईं। झुग्गियों में खाना बनाने के छोटे सिलेंडरों के विस्फोट से आग जल्द ही आसपास के इलाके में भी फैल गई। आग करीब एक से डेढ़ किलोमीटर के दायरे में फैली थी। आठ से दस घंटे के बाद ही आग पर काबू पाया जा सका था। --आईएएनएस एकेएस/एएनएम