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मूक बधिर वृद्ध की हत्या का खुला राज, मंगरोप थाना पुलिस ने मुख्य आरोपी को पकड़ा

भीलवाड़ा, 23 मई (हि.स.)। जिले के मंगरोप थाना क्षेत्र केे काबरा गांव निवासी एक मूकबधिर वृद्ध की हत्या का रविवार को पुलिस ने राजफाश करते हुए चित्तौडग़ढ़ जिले के लालसिंहजी का खेड़ा निवासी नैना पुत्र कालू बंजारा को गिरफ्तार किया है। इसका चचेरा भाई अभी फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। आरोपित भाइयों ने मूकबधिर मूला की हत्या उसके पहने हुये गहने लूटने के इरादे से शराब पीने के बाद गला घोंटकर की थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गजेंद्र सिंह जौधा ने बताया कि मंगरोप थाने के काबरा गांव से 30 मार्च को मूला पुत्र नंदा कुमावत लापता हो गया था। वह मूकबधिर था। पुलिस ने मूला की गुमशुदगी 31 मार्च को उसके भाई नाथू की रिपोर्ट पर दर्ज की थी। नाथू ने रिपोर्ट में बताया कि मूला उर्फ मूलचंद अपनी गांयों को ढूंढने के लिए सुबह दस बजे घर से निकला था। वह गले में रामनामी, कानों में मुरकियां व हाथों में चांदी के कड़े पहने हुये था। पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर तफ्तीश की, लेकिन कोई सुराग मंगरोप पुलिस के हाथ नहीं लग पाया। इस बीच, 25 अप्रैल को लापता मूला का कंकाल शहर के भीमगंज थाना इलाके के नेहरु विहार के सेक्टर 16 में बने खाली क्वार्टर में मिला था। चाबी, कपड़ों व जूतों आदि सामान के आधार पर कंकाल की पहचान मूला के रूप में उसके भाई नाथू ने की थी। मृतक के शरीर से सोने-चांदी के गहने गायब थे। पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने मामले को गंभीरता से लेते हुये एक टीम गठित की। टीम ने मामले की जांच की। मामला हत्या का प्रतित होने पर पुलिस ने जांच की गति बढ़ाई। कंकाल मिलने के दौरान एक आरोपित नैना की फोटो पुलिस को मौके पर मिली थी, जो वारदात के दौरान गिर गई थी। इसके साथ ही पुलिस ने मोबाइल टावर का बीटीएस विश्लेषण और सीसी टीवी फुटेज खंगालना शुरू किया। इस दौरान मूला को बाइक पर बैठा ले जाने वाले व्यक्ति को भेद होने की बात सामने आई। इसी के आधार पर पुलिस ने मामले की जांच करते हुये नैना पुत्र कालू बंजारा को डिटेन कर पूछताछ की तो उसने लूट के इरादे से हत्या करना स्वीकार किया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। एएसपी जोधा ने बताया कि आरोपित नैना बंजारा व उसके काका का बेटा सांवरा पुत्र स्व. राजू बंजारा निवासी लालसिंह जी का खेड़ा 30 मार्च को खाखला खरीदने बाइक से काबरा गाव की ओर गये थे। जहां जंगल में मूला कुमावत ने इनसे इशारों में गुमी हुई गायों के बारे में पूछा। ऐसे में आरोपितों को मूला के मूकबधिर होने का पता चला। साथ ही उसके सोने-चांदी के गहने भी आरोपितों को नजर आ गये। गहने देखकर इनके मन में लालच आ गया। शारिरिक अक्षमता का फायदा उठा कर आरोपितों ने हत्या कर गहने लूटने की योजना बनाई। आरोपित नैना व सांवरा, मूकबधिर मूला को उसकी खोई गाय बताने के बहाने बाइक पर बैठाकर नेहरु विहार स्थित वारदातस्थल पर ले गये। जहां दोनों ने मूला के हाथ-पैर बांध दिये और शराब पीकर मूला की लूंगी से गला घोंटकर हत्या कर दी और गहने लूटकर फरार हो गये। पुलिस ने मुख्य आरोपी नैना को गिरफ्तार कर फरार चल रहे आरोपी सावरा की तलाश शुरू की है। हिन्दुस्थान समाचार/मूलचन्द पेसवानी/ ईश्वर

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