जहांगीरपुरी हिंसा: बड़ी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए आईएफएसओ भी जांच टीम में हुई शामिल
अतुल कृष्ण नई दिल्ली, 21 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर-पश्चिम दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में 16 अप्रैल को हुई सांप्रदायिक झड़पों से जुड़े मामले में दिल्ली पुलिस ने अब अपनी अत्याधुनिक विंग इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) को इस मामले की जांच में शामिल कर लिया है। टीम का नेतृत्व डीसीपी के. पी. एस. मल्होत्रा करेंगे और इससे इस मामले में वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने में मदद मिलेगी। आईएफएसओ दिल्ली पुलिस की सबसे बड़ी साइबर अपराध इकाई है, जिसने कई महत्वपूर्ण मामलों को सुलझाया है। एक सूत्र ने कहा, आईएफएसओ टीम हमें डिजिटल और वैज्ञानिक साक्ष्य इकट्ठा करने में मदद करेगी। यह आरोपी व्यक्तियों के मोबाइल फोन से चैट और अन्य डेटा को पुन: प्राप्त करेगी, जो जहांगीरपुरी में झड़पों की एक और स्पष्ट तस्वीर प्रदान करेगी। सूत्र ने कहा कि पुलिस को यह जानने की जरूरत है कि हथियार कहां से और कैसे खरीदे गए। वे यह भी पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या जहांगीरपुरी हिंसा के ज्यादातर आरोपी एक-दूसरे से जुड़े थे और उनका नेतृत्व कौन कर रहा था? पुलिस ने यह भी दावा किया है कि जांच के दौरान पता चला है कि लगभग 20 गैंगस्टर भीड़ को उकसा रहे थे और उनके खिलाफ सबूत इकट्ठा करने के प्रयास जारी हैं। दिल्ली पुलिस की 20 से ज्यादा टीमें फिलहाल इस मामले की जांच कर रही हैं। जहांगीरपुरी में 16 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर जुलूस निकालने के दौरान दो गुट आपस में भिड़ गए थे। --आईएएनएस एकेके/एएनएम