Identification of two dead bodies found in the valley, one Topten criminal and the other student
Identification of two dead bodies found in the valley, one Topten criminal and the other student

घाटी में मिले दो शवों का शिनाख्त, एक टॉपटेन अपराधी तो दूसरा छात्र

- एक शव के दाहिने हाथ पर आयुषी व दूसरे के कलाई पर ओम लिखा नहीं मिटा सके हत्यारे - मृतक की बड़ी बहन ने हाथ और पैर की उंगलियों से भाई का शव के रूप में किया शिनाख्त मीरजापुर, 16 जनवरी (हि.स.)। हत्यारा चाहे कितना भी शातिर हो लेकिन कोई ना कोई सुराग छोड़ ही देता है। वाराणसी के दो युवकों की हत्या के बाद शव की पहचान छिपाने के लिए उसे जला दिया गया। शव का आधा से ज्यादा भाग जल गया लेकिन युवक ने अपने हाथो में जो निशानी बना रखा था, उसे नहीं मिटाया जा सका और उसकी पहचान कर ली गई। एक शव की पहचान उसकी बड़ी बहन प्रतिमा पांडेय ने उसकी हाथ की कलाई पर आयुषी लिखा होने से किया तो वहीं दूसरे शव की शिनाख्त वाराणसी के टापटेन अपराधी शुभम केशरी के रूप में होते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई। बीकाम का छात्र और टाप टेन अपराधी की एक साथ अधजला शव मिलते ही हत्या की गुत्थी उलझ गई है। शनिवार की दोपहर वाराणसी के महमूरगंज निवासिनी प्रतिमा पांडेय अहरौरा थाने पहुंच गई और शुक्रवार को अहरौरा थाना क्षेत्र के छातो गांव स्थित घाटी में मिले दो अज्ञात शव को देखने की बात कहने लगी। पुलिस महिला को अपने साथ लेकर चुनार स्थित मोर्चरी हाउस पहुंच गई, जहां दोनों शव को निकालकर महिला को दिखाया गया तो उसने एक शव के हाथ की कलाई के पास आयुषी नाम गुदा देखते ही रोना शुरू कर दिया और कहने लगी भाई आखिर कैसे हो गई तुम्हारी मौत। उसे विश्वास ही नहीं हो रहा था कि जो भाई उसे सबसे ज्यादा मानता था और घर का दुलारा था उसकी हत्या कर शव को छातों गांव स्थित पहाड़ की खाई में जलाकर फेंक दिया गया। प्रतिमा पांडेय ने बताया कि उसके पिता अशोक पांडेय निवासी महमूरगंज वाराणसी की तीन संतानों में वह सबसे बड़ी पुत्री है। फिर प्रिया पांडेय व सबसे छोटा भाई रवि पांडेय है। 22 दिसंबर 2020 की शाम को उसका भाई रवि पांडये घर से किसी दोस्त के साथ मिलने चला गया था लेकिन रात तक जब वह घर नहीं लौटा तो भेलूपुर थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। वहीं वाराणसी के टॉपटेन अपराधी में शुमार शुभम केशरी के शव की शिनाख्त उसके हाथ में गुदे ओम नाम से पहचान हुई है। शुभम केशरी पुत्र रमाशंकर केशरी निवासी चौक थाना बनारस के शातिर अपराधियों में गिना जाता था। एक छात्र दूसरा शातिर टॉप टेन बदमाश के शव मिलने से पुलिस मामले की खुलासे में जुट गई है। हिन्दुस्थान समाचार/ गिरजा शंकर-hindusthansamachar.in

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