सरकारी अनुदान नहीं मिला: ज्वलनशील पदार्थ डाल किया आत्मदाह का प्रयास
जोधपुर, 21 जनवरी (हि.स.)। सरकारी महकमों में लोगों के काम किस गति से होते है इसका उदाहरण गुरुवार को जोधपुर जिले के शेरगढ़ तहसील के विकास अधिकारी कार्यालय में देखने को मिला। स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण की अनुदान राशि के लिए चार वर्ष से चक्कर काट रहे एक पीडित ने व्यथित होकर पेट्रोल छिडक़ आत्मदाह का प्रयास किया। बाद में विकास अधिकारी व अन्य कर्मचारियों ने उसे पकड़ कर आत्मदाह करने से बचा लिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार चाबा गांव निवासी 23 वर्षीय गुलाबसिंह गुरुवार को विकास अधिकारी के कार्यालय पहुंचा और उनके कक्ष के बाहर अपने शरीर पर पेट्रोल उड़ेल लिया। साथ ही उसने काफी पेट्रोल पीने के बाद अपने शरीर पर आग लगाने का प्रयास किया। इस दौरान अन्य कर्मचारियों के चिल्लाने पर विकास अधिकारी डॉ. दीपक कुमार शर्मा स्वयं अपने कक्ष से बाहर आए और अन्य लोगों के साथ मिलकर उन्होंने काफी मशक्कत के बाद गुलाबसिंह को आत्मदाह करने से रोक लिया। बाद में उसे शेरगढ़ अस्पताल लाया गया। शेरगढ़ में प्राथमिक उपचार करके उसे जोधपुर रेफर किया गया है। पीडित गुलाब सिंह का कहना है कि उसने 4 साल पूर्व स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय के लिए आवेदन किया था लेकिन उसे सरपंच व ग्राम विकास अधिकारी द्वारा अनुदान राशि के पैसे नहीं दिए जा रहे हैं तथा वह हर सप्ताह पंचायत समिति शेरगढ़ के भी चक्कर काट रहा है लेकिन उसे निराश ही लौटना पड़ रहा है। बार-बार वह शौचालय का आवेदन लेकर आता है लेकिन आवेदन फाड़ दिया जाता है आखिर हारकर उसने आत्मदाह करने की ठान ली थी। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप-hindusthansamachar.in